पश्चिम बंगाल की राजधानी में एक प्रशिक्षु डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के (Kolkata doctor rape-murder) मामले को केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) द्वारा अपने हाथ में लेने के बाद, भारतीय चिकित्सा संघ (IMA) की 12 सदस्यों वाली एक टीम बुधवार को पीड़िता के घर पहुंची. 9 अगस्त को हुई इस घटना ने व्यापक आक्रोश पैदा कर दिया है और चिकित्सा समुदाय के भीतर और बाहर विरोध प्रदर्शन हुए हैं. पोस्ट-ग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टर (Post-graduate trainee doctor murdered) 9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज (RG Kar Medical College) और अस्पताल के सेमिनार हॉल में मृत पाई गई थी. परिवार ने आरोप लगाया है कि पीड़िता के साथ बलात्कार किया गया और उसकी हत्या की गई. एक पोस्ट-ग्रेजुएट ट्रेनी (PGT) डॉक्टर की हत्या और कथित यौन उत्पीड़न के खिलाफ पूरे देश में डॉक्टरों ने जोरदार समर्थन दिखाते हुए विरोध प्रदर्शन जारी रखा है और पीड़िता के लिए न्याय की मांग की है.
कोलकाता, गुवाहाटी, हैदराबाद और मुंबई में प्रदर्शन
बुधवार को कोलकाता, गुवाहाटी, हैदराबाद और मुंबई में विरोध प्रदर्शन हुए. प्रदर्शनकारियों ने न्याय मिलना चाहिए, सुरक्षा के बिना कोई कर्तव्य नहीं और न्याय में देरी न्याय से वंचित होने के समान है" जैसे नारे लिखी तख्तियां थामे हुए थे. एम्स के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. इंद्र शेखर प्रसाद ने कहा कि...कोलकाता में जो हुआ, वह अपनी तरह की अकेली घटना नहीं है. देश में ऐसे कई मामले रोजाना हो रहे हैं...डॉक्टर होना सबसे महान व्यवसायों में से एक है, हम मंदिर जैसे माहौल में काम करते हैं और अगर डॉक्टर सुरक्षित नहीं हैं, तो मरीज कैसे सुरक्षित महसूस करेंगे?
केंद्रीय सुरक्षा अधिनियम लाने की हो रही मांग
जब तक हमें डॉक्टरों, स्वास्थ्य कर्मियों और अस्पतालों की सुरक्षा के लिए दीर्घकालिक और सख्त कानून का ठोस आश्वासन नहीं मिलता, तब तक हम अपनी हड़ताल जारी रखेंगे...एम्स के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष डॉ. सुवर्णकर दत्ता ने कहा कि हमारी प्राथमिक मांग देश के चिकित्सा ढांचे में सुरक्षा चूक पर काम करना है...कोलकाता में जो हुआ, वह किसी के साथ भी हो सकता है. हम केंद्र सरकार से तत्काल आधार पर एक केंद्रीय सुरक्षा अधिनियम लाने की मांग करते हैं, या फिर हमें लिखित आश्वासन दें कि स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जल्द ही एक कानूनी प्रावधान लाया जाएगा.
CBI ने मामले को अपने हाथ में ले लिया
इस बीच, पश्चिम बंगाल पुलिस ने पोस्ट-ग्रेजुएट ट्रेनी (PGT) डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के कथित आरोपी संजय रॉय को बुधवार को कोलकाता में केंद्र सरकार के कार्यालय (CGO) परिसर में लाया. कलकत्ता उच्च न्यायालय के एक आदेश के बाद CBI ने मामले को अपने हाथ में ले लिया है और दिल्ली से एक विशेष चिकित्सा और फोरेंसिक टीम भेजी है. दिल्ली से सीबीआई टीम के सदस्य भी कोलकाता के सीजीओ कॉम्प्लेक्स पहुंचे.
अपराध स्थल पर पहुंची फोरेंसिक विशेषज्ञों की टीम
सीबीआई सूत्रों ने बताया है कि दिल्ली से चिकित्सा अधिकारियों और फोरेंसिक विशेषज्ञों की एक विशेष टीम कोलकाता में अपराध स्थल पर पहुंच गई है, जहां डॉक्टर के साथ कथित तौर पर बलात्कार किया गया था. इस बीच, आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की ओपीडी सेवाएं बुधवार को भी बंद रहीं क्योंकि जूनियर डॉक्टर जबकि फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (FAIMA) ने घटना को लेकर ओपीडी सेवाओं को देशव्यापी बंद रखा है.