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Kapil Mishra became minister: कपिल मिश्रा को रेखा गुप्ता की सरकार में मंत्री बनाया गया है. ये पहला मौका था. जब किसी नेता ने PM मोदी के बारे में इतना कुछ बोला हो और उसे मंत्री बनाया गया हो? बात साल 2015 की है, दिल्ली में केजरीवाल की सरकार बनीं. कपिल मिश्रा की उम्र उस वक्त 24 साल थी. उन्हें केजरीवाल ने भाषा, पर्यटन और जल बोर्ड का मंत्रालय सौंप दिया. धीरे-धीरे कपिल मिश्रा आम आदमी पार्टी के संजय सिंह की तरह मोदी विरोधी बन गए पीएम मोदी सहित भाजपा पर एक के बाद एक कई आरोप लगाए.
एक बार जब एक किसान ने पेड़ पर चढ़कर आत्महत्या की तो कपिल मिश्रा ने एक कार्यक्रम में मोदी को डरा हुआ नेता बताया था. 5 अप्रैल 2016 में कपिल मिश्रा पीएम मोदी को ISI का एजेंट तक कह दिया था. तब कपिल केजरीवाल के बेहद खास नेता हुआ करते थे. और हर बात में मोदी के खिलाफ बोलते थे. सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर कपिल मिश्रा ने लिखा था ''क्या अब एक ISI एजेंट हमारे PM है? जिस तरह पीएम मोदी भारत विरोधी ताकतों के सामने सरेंडर कर रहे हैं, वो बहुत गंभीर मसला है. केजरीवाल ने जब पार्टी से कपिल मिश्रा को निकालने का दबाव बनाया था. तो आरोप लगे कि ये बीजेपी के पक्ष में काम करते हैं....हमने पड़ताल की तो एक चौंका देने वाली कहानी मिली.
दिल्ली भाजपा के प्रमुख चेहरे कपिल मिश्रा का जन्म 13 नवंबर 1980 को दिल्ली में हुआ था. उनका राजनीतिक सफर घर से ही शुरू हुआ, क्योंकि उनकी मां अन्नपूर्णा मिश्रा पूर्वी दिल्ली की मेयर रह चुकी हैं और भाजपा से जुड़ी रही हैं. कपिल ने दिल्ली विश्वविद्यालय के अंबेडकर कॉलेज से बीए किया और फिर सोशल वर्क में एमए की पढ़ाई की. पढ़ाई के दौरान ही वे सामाजिक आंदोलनों से जुड़े और 'यूथ ऑफ जस्टिस' संगठन के को-फाउंडर बने. दिल्ली के 2020 दंगे का आरोप भी लगा.
कपिल मिश्रा आज देश भर में कहीं भी हिन्दुओं पर अत्याचार होता हैं तो वो जाते हैं, वहां मदद का हाथ आगे बढ़ाते हैं. राजस्थान में जब दर्जी कन्हैया के साथ गलत हुआ तो कपिल मिश्रा ने परिवार को एक करोड़ का चेक दिया. देश भर में कपिल मिश्रा हिन्दुत्व को बढ़ाने और बचाने की मुहिम चलाते है. राजनीतिक पंडित कहते हैं कि ये बीजेपी में लोकतंत्र है...जो साफ इशारा करता है कि मोदी के ख़िलाफ़ बोलने पर भी आपको पार्टी सीएम या मंत्री बना सकती हैं.
आपका काम अच्छा होना चाहिए. कपिल मिश्रा जब शपथ लेने पहुंचे. और जब शपथ के बाद मोदी को नमस्कार किया तो दोनों तस्वीरें बहुत कुछ कहती हैं. आज कपिल मिश्रा केजरीवाल की कब्र खोदने में नंबर एक पर हैं, आज बीजेपी में दिल्ली के लिए एक बड़ा चेहरा हैं. सियासत में ऐसा होता है, नरेंद्र मोदी ने कपिल मिश्रा को मंत्री बनाकर एक बात साफ कर दी है कि उन्हें देश का विकास मॉडल पसंद है, कोई नेता अगर उन्हें कभी गलत बोलता है तो उससे पीएम मोदी की कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं है....