...ये तस्वीर यूपी के बुलंदशहर का है, जिसमें खुर्जा की महिला विधायक मीनाक्षी सिंह वो सच दिखा रही हैं, जो आम तौर पर आम जनता को नहीं दिखता. आपके गांव की सड़क या नदी पर बना पुल कैसे बरसात आते ही भर-भराकर गिर जाता है, इस वीडियो में उसका नमूना है. दरअसल विधायक मीनाक्षी सिंह एक निर्माणाधीन डिवाइडर का निरीक्षण करने पहुंची थीं जैसे ही हथौड़े से डिवाइडर तोड़वाती हैं, उसके अंदर सिर्फ दो शरिया दिखता है, जबकि ठेकेदार कहता है मैडम पुल के अंदर इतना शरिया डाला है कि 100 साल तक इसको कुछ नहीं होगा. लेकिन कुछ ही सेकेंड में ठेकेदार के दावों की हवा निकल जाती है.
विधायक मीनाक्षी सिंह गुस्से में क्वालिटी सुधारने का आदेश देती हैं और मीडिया को बताती हैं, लोक निर्माण विभाग के जेई ब्रम्हजीत और ठेकेदार विजय कुमार कोंट्रेक्टर की मिलीभगत से घटिया निर्माण कार्य हो रहा है. जनता का पैसा बर्बाद किया जा रहा है. इन पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. हालांकि ये पहली बार नहीं है जब मीनाक्षी सिंह इस तरह से सुर्खियों में हैं, बल्कि इससे पहले सावन महीने में जब कुछ अधिकारी एक मंदिर के चबूतरे पर बुलडोजर लेकर पहुंचे थे, तब मीनाक्षी सिंह बुलडोजर के आगे खड़ी हो गईं थीं और कह रही थीं आपलोग योगी सरकार की छवि क्यों खराब करना चाहते हैं.
ये इतनी धाकड़ महिला विधायक हैं कि इलाके के लोग इन्हें सिंघम लेडी कहकर बुलाते हैं, सोशल मीडिया पर जब ये शस्त्र पूजा की तस्वीर शेयर करती हैं, तो कई लोग ये भी पूछते हैं कि एक जनप्रतिनिधि को ऐसी चीजें क्यों रखनी है, पर उनका जवाब नहीं देतीं, बल्कि काम से जवाब देती हैं, लॉ ग्रेजुएट की डिग्री रखने वाली मीनाक्षी सिंह बीजेपी की वो फायरब्रांड नेता हैं, जो पहली ही बार में टिकट मिलने पर बुलंदशहर की खुर्जा सीट पर जीत हासिल करती हैं.
भगवा ध्वज को मजबूत करती हैं और योगी की तरह खुलकर कहती हैं भ्रष्टाचारियों को जेल जाना ही होगा. ऐसी महिला विधायक अगर हर विधानसभा में हों तो शायद लोगों की आधी समस्या अपने आप खत्म हो जाएं. पर यहां एक सवाल अधूरा रह जाता है कि मीनाक्षी सिंह को क्या मैनर्स की क्लास अपने बड़े नेताओं से लेनी होगी, क्योंकि घोटाले खोलना, सवाल उठाना, चोरी पकड़ना अच्छी बात है, लेकिन जब आप किसी अधिकारी पर इस तरह की भाषा का इस्तेमाल करते हैं, तो फिर अधिकारियों के सम्मान को भी ठेस पहुंचती है.
अगर आपके इलाके का पुल या सड़क बार-बार टूट रहा हो तो आप अपने विधायक, सांसद और स्थानीय अधिकारियों से शिकायत कीजिए. अगर कोई न सुने तो सीधा PWD मंत्री तक अपनी आवाज पहुंचाइए. वहां भी एक्शन न हो तो सीधा सीएम योगी तक अपनी शिकायत भेजिए, ताकि माफियाओं के बाद अब योगी का बुलडोजर उन ठेकेदारों और लापरवाह अधिकारियों की तरफ भी मुड़ सके, जिन्होंने जनता का पैसा घुन की तरह ऐसे खाया है कि पूरे सिस्टम को खोखला बना दिया, जिसे सुधारने की कोशिश में सीएम योगी सालों से लगे हैं.
कुछ बेईमान ठेकेदार कभी अयोध्या को बदनाम करते हैं, तो कभी सड़क किनारे लगे डिवाइडर को इतना कमजोर बनाते हैं कि महिला विधायक को ही गुस्सा आ जाता है, आपको याद होगा कुछ दिनों पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी अयोध्या के एक ठेकेदार की कुछ ऐसे ही क्लास लगाई थी. तब वो सामने नहीं था, लेकिन जिस तरीके का बयान योगी ने दिया था, वो अपने आप में ये बताने के लिए काफी था कि कुछ लोग इतनी सख्ती के बाद भी सुधरे नहीं हैं.