नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में जो हमला 22 अप्रैल को हुआ था, वो इससे पहले 20 अप्रैल को भी हो सकता था, आतंकवादियों ने इसके लिए दो प्लान बनाए थे, प्लान- A और प्लान- B, लेकिन शायद उनका पहला प्लान फेल हो गया, इसलिए ये हमला भी 2 दिन के लिए टाल दिया गया. ये खुलासा एक महिला ने किया है जो 20 अप्रैल को पहलगाम गई थी, और इस महिला को खच्चर की राइड कराने वाला शख्स कोई और नहीं 22 अप्रैल को हमला करने वाले आतंकियों का साथी ही था. महिला ने स्केच जारी होने के बाद इसकी पहचान भी की है.
आतंकी ने ही कराई थी खच्चर की राइड
जौनपुर की रहने वाली महिला ने सनसनीख्ज खुलासा किया है. इस महिला का दावा है कि वो 20 अप्रैल को पहलगाम की बैसरन वैली घूमने गई थीं. उस दौरान जिस खच्चर से उन्होंने राइड की उसे चलाने वाला एक आतंकी सरकार की तरफ से जारी किये गए स्केच वाला शख्स है. इसके लिए उन्होंने अपने फोन में मौजूद एक फोटो भी दिखाया है. महिला पर्यटक का दावा है कि इस आतंकी ने राइड के समय उनसे पूछा था कि क्या आप कभी अजमेर शरीफ या अमरनाथ यात्रा पर गई हैं, तो महिला ने कहा था कि अमरनाथ यात्रा के लिए मैंने रजिस्ट्रेशन तो करा रखा है लेकिन अभी तक गई नहीं हूं, जिस पर आतंकी ने कहा था कि रजिस्ट्रेशन रहने दीजिए, आप बस तारीख बता देना, हमारा आदमी आपको लेने पहुंच जाएगा. लेकिन जब महिला ने उसका फोन नंबर मांगा तो उसने फोन गड़बड़ होने की बात कह कर बात को टाल दिया.
'प्लान A ब्रेक फेल', 'प्लान B 35 बंदूकें भेजी हैं'
इसी महिला ने ये भी दावा किया है कि जब वो रास्ते में थीं, तो इस शख्स को किसी का फोन आया था, जिसके साथ पहले ये हिन्दी में बात करते हुए कहता है कि प्लान-A ब्रेक फेल, प्लान-B बंदूकें भेजी हैं,जो घास में छिपी हैं, लेकिन इस आतंकी को जब लगा कि महिला उसकी बातें सुन रही है तो वो अपने साथी के साथ लोकल भाषा में बातें करने लगा. लेकिन इन बातों के बाद महिला को ये शख्स काफी संदिग्ध लगा था.
महिला से पूछा मुस्लम पसंद हैं?
महिला पर्यटक ने ये भी दावा किया है कि यात्रा के दौरान वो अजीब तरह के सवाल पूछ रहा था, उसका सवाल था कि महिला को हिन्दू धर्म ज्यादा पसंद है या मुस्लिम. जिसके जवाब में महिला ने कहा था कि मुझे दोनों धर्म पसंद हैं. फिर वो पूछने लगता है कि उसके कितने दोस्त हिन्दू और कितने मुसलमान हैं, क्या कभी कुरान पढ़ी है? लेकिन जब महिला ने कहा कि उसे उर्दू पढ़नी नहीं आती तो वो इस बात पर दवाब देने लगा कि कुरान हिन्दी में भी है वो चाहे तो उसे पढ़ सकती है. महिला का दावा है कि इस तरह की बातें सुनने के बाद उन्हें डर भी लगने लगा था.
शायद पहले 20 अप्रैल को होना था हमला महिला ने ये भी दावा किया है कि उस दिन भी वैली में कोई खास सुरक्षा व्यवस्था नहीं थी, तो शायद उस दिन भी हमला हो सकता था, लेकिन किसी वजह से वो कैंसिल हो गया. लेकिन जब 22 अप्रैल को ये हमला हुआ तो महिला और उनके दोस्त काफी डर गए थे. फिर जब ये स्कैच जारी हुआ तो उन चार लोगों में से खच्चर चलाने वाले को पहचान लिया.