पाकिस्तान सेना का हमास जैसा व्यवहार: सस्ते रॉकेटों से हमला, अब आगे क्या होगा?

Amanat Ansari 08 May 2025 11:17: PM 2 Mins
पाकिस्तान सेना का हमास जैसा व्यवहार: सस्ते रॉकेटों से हमला, अब आगे क्या होगा?

नई दिल्ली: 8 मई 2025 को पाकिस्तान ने जम्मू के कई इलाकों में हवाई हमले किए, जिसमें उसने "सस्ते रॉकेटों" का इस्तेमाल किया. रक्षा सूत्रों के हवाले से पीटीआई ने बताया कि पाकिस्तानी सेना का व्यवहार "हमास आतंकी समूह" जैसा था. भारतीय सशस्त्र बलों ने जम्मू हवाई अड्डे (सतवारी), सांबा, आरएस पुरा, और अर्निया की ओर दागी गईं पाकिस्तान की आठ मिसाइलों को सफलतापूर्वक रोक लिया. सूत्रों ने यह भी खुलासा किया कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI और हमास के आतंकियों के बीच मुलाकात की खबरें थीं. जम्मू से मिले दृश्य और वीडियो 8 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर हमास के हमले की याद दिलाते हैं, जिसमें कई सस्ते रॉकेटों का इस्तेमाल किया गया था.

नियंत्रण रेखा पर गोलीबारी

पाकिस्तानी सेना ने गुरुवार देर शाम जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा और बारामूला जिलों में नियंत्रण रेखा (LoC) पर बिना उकसावे के गोलीबारी शुरू की. इस गोलीबारी का निशाना बारामूला का बोनियार सेक्टर और कुपवाड़ा का तंगधार सेक्टर था. भारतीय सेना ने इसका कड़ा जवाब दिया. अधिकारियों के अनुसार, इस गोलीबारी में अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. इससे पहले, पाकिस्तान ने पुंछ, राजौरी, और कुपवाड़ा के कई इलाकों में भारी गोलीबारी की थी, जिसमें 16 नागरिकों की जान गई थी. भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों को "काफी नुकसान" पहुंचाया.

जम्मू और पंजाब में ब्लैकआउट

पाकिस्तान के हमलों के बाद जम्मू के अखनूर, किश्तवाड़, सांबा, और अन्य इलाकों में पूरी तरह ब्लैकआउट लागू कर दिया गया. पंजाब के अमृतसर, जालंधर, गुरदासपुर, और राजस्थान के बीकानेर में भी ब्लैकआउट लागू किया गया. यह कदम सुरक्षा कारणों से उठाया गया, क्योंकि भारत-पाकिस्तान तनाव ने क्षेत्र में खतरे को बढ़ा दिया है. उत्तरी भारत के 25 हवाई अड्डों, जिनमें श्रीनगर, जम्मू, लेह, अमृतसर, और धर्मशाला शामिल हैं, को नागरिक उड़ानों के लिए बंद कर दिया गया है. करीब 850 उड़ानें रद्द की गई हैं, और कई अंतरराष्ट्रीय विमानन कंपनियों ने पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र से बचने के लिए अपने रास्ते बदल दिए हैं.

ऑपरेशन सिंदूर का प्रभाव

यह तनाव भारत के 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद शुरू हुआ, जिसमें 7 मई को भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और PoK में नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट किया. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि इस ऑपरेशन में 100 आतंकी मारे गए. यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में थी, जिसमें 26 लोग मारे गए थे. भारत ने साफ किया कि उसने केवल आतंकी ढांचे को निशाना बनाया, न कि पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों को. ऑपरेशन की सटीकता की तारीफ करते हुए सिंह ने इसे "अकल्पनीय सटीकता" वाला बताया.

पाकिस्तान का जवाबी हमला नाकाम

पाकिस्तान ने 7-8 मई की रात को भारत के 15 शहरों, जिनमें श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, और चंडीगढ़ शामिल हैं, में ड्रोन और मिसाइलों से हमले की कोशिश की. भारतीय सेना ने अपने एकीकृत काउंटर UAS ग्रिड और S-400 'सुदर्शन चक्र' वायु रक्षा प्रणाली से इन हमलों को नाकाम कर दिया. इसके जवाब में भारत ने लाहौर में पाकिस्तान के चीनी निर्मित HQ-9P वायु रक्षा प्रणाली को नष्ट कर दिया. रक्षा सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान का हमला "हमास की रणनीति" जैसा था, जिसमें सस्ते और कम प्रभावी रॉकेटों का इस्तेमाल किया गया.

विदेश सचिव विक्रम मिश्री ने कहा कि भारत की कार्रवाई "गैर-वृद्धिकारी, सटीक, और संतुलित" थी. उन्होंने पाकिस्तान पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया और कहा कि वह हमास जैसे आतंकी संगठनों की तर्ज पर काम कर रहा है. भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) को भी इसकी जानकारी दी और साबित किया कि उसने केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया. भारत ने यह भी चेतावनी दी कि भविष्य में किसी भी उकसावे का कड़ा जवाब दिया जाएगा.

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