नई दिल्ली: सोमवार को भागलपुर दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मखाना की माला पहनाकर सम्मानित किया गया. प्रधानमंत्री ने राज्य में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) की 19वीं किस्त जारी की. बिहार, जो सुपरफूड मखाना का सबसे बड़ा उत्पादक है, इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों को देखते हुए इस साल के बजट सत्र में इसका उल्लेख करके राजनीतिक पटल पर जगह बना चुका है.
बजट सत्र में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बिहार में मखाना बोर्ड स्थापित करने का प्रस्ताव रखा था. उन्होंने कहा था कि बिहार में मखाना बोर्ड की स्थापना की जाएगी ताकि मखाना के उत्पादन और प्रसंस्करण में सुधार हो सके.
इस बीच, निर्दलीय सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने राज्य सरकार पर सीमांचल-कोसी क्षेत्र की उपेक्षा करने का आरोप लगाया है और सोमवार को अपने पूर्णिया लोकसभा क्षेत्र और आसपास के इलाकों में 'बंद' का आह्वान किया है. रविवार को यादव ने पूर्णिया में मखाना बोर्ड की स्थापना की अपनी मांग दोहराई और चेतावनी दी कि यदि आवश्यक हुआ तो वे अपनी मांग को लेकर दिल्ली, पूर्णिया और कटिहार के बीच रेल यातायात को अवरुद्ध कर देंगे.