Rahul Gandhi Vote Theft Allegation: बिहार में चुनाव से पहले सियासी हवा का रूख बदल गया है! आख़िर वोटचोरी करने वाले दावे में ऐसा क्या है कि राहुल गांधी बार-बार वोटचोरी का गंभीर आरोप लगा रहे हैं? बिहार चुनाव से पहले महागठबंधन की ओर से बिहार बंद का ऐलान होता है..संविधान की कॉपी लेकर राहुल गांधी पटना पहुंचते हैं! हाथ में ये चिट्ठी कोई पकड़ाता है, उसको पढ़ते में ही जेब में रखते हैं. तेजस्वी यादव मंच संभाल रहे थे. उधर पप्पू यादव और कन्हैया कुमार को राहुल गांधी के ट्रक पर चढ़ने का मौका नहीं मिला, तेजस्वी यादव बिहारी गमछा सिर पर डाले हाथ मिलाते हुए मुस्कुरा रहे हैं? इन्हीं तस्वीरों में बिहार के उस वोटचोरी की कहानी छिपी है, जिसपर राहुल गांधी निशाना लगा बैठे!
ठीक 2024 की तरह बीजेपी 2025 बिहार चुनाव में घिर सकती है. एक नारा चुनाव पलट देता है. एक नारा सत्ता के रथ को रोक देता है! कहते है कांठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती है. इसलिए क्या संविधान हाथों में लेकर इस बार संविधान बचाने की नहीं बल्कि वोटचोरों पर निशाना है? बिहार में बीजेपी की भाषा मे जवाब देने की तैयारी महागठबंधन कर चुका है! पहले चुनावी नतीजों के बाद विपक्ष कहता था EVM पर शक है, जनता कहती बौखलाहट बोल रही है, अब चुनाव से पहले EVM पर नहीं बल्कि चुनाव आयोग को घेरने की तैयारी है!
“वोटचोरी का आरोप लगाकर विपक्ष मुस्लिम और दलित-पिछड़ा वोट एक करेगा, वोटर लिस्ट सुधार से यही समाज ज्यादा प्रभावित होगा. एक नारे से अगर बिहार चुनाव में 3 प्रतिशत भी वोट स्विंग होता है तो सत्ता इधर से उधर हो सकती है! UP में बीजेपी को लोकसभा चुनाव में झटका लग चुका है, अगर बिहार में नीतीश की कुर्सी हिली तो फिर ख़तरा बढ़कर दिल्ली तक पहुंच सकता है!”
राहुल गांधी महाराष्ट्र और हरियाणा चुनाव की हार नहीं भूल पाते हैं, उन्हें लगता है बीजेपी ने लूट ना की होती तो महाराष्ट्र और हरियाणा में भी सत्ता विपक्ष की होती, ये पहला मौका है जब चुनावी मंच सजने से पहले चुनाव आयोग घिर गया है! पिछले चुनाव में दलित वोटर्स का वोट बीजेपी से कटा था. जिसपर हर किसी का निशाना है...इसलिए राहुल गांधी का ये नया नारा है!
महागठबंधन के बिहार बंद के ऐलान का असर सिर्फ वहां दिखा जहां राहुल गांधी और विपक्ष के नेता थे. पटना में रैली निकाली गई. लेकिन पप्पू यादव और कन्हैया कुमार को रोक दिया गया, ये तस्वीरें क्या कहती हैं? क्या कांग्रेस को दलितों और पिछड़ों का वोट चाहिए लेकिन पप्पू यादव पसंद नहीं हैं? क्या तेजस्वी और राहुल गांधी की जोड़ी बिहार में दिलाएगी सत्ता? क्या संकेत देने की कोशिश की गई है? हम समझाते हैं!
बिहार बंद के दौरान पोस्टर पर RJD और राहुल गांधी की ही तस्वीर दिखाई दी? नारा तो अच्छा है, लेकिन क्या विपक्ष में अभी से फूट है? राहुल गांधी से मिलने के दौरान की ये तस्वीर कुछ कहती है. तेजस्वी यादव दोनों हाथ से राहुल गांधी का हाथ पकड़ते हैं. राहुल गांधी जब कहते हैं आपके वोट की चोरी होगी. सामने खड़े समर्थक कहते हैं चोरी नहीं होने देंगे?
क्या वोटचोरी का नारा बिहार में महागठबंधन और इंडिया गठबंधन को दिला पाएगी बिहार की सत्ता ?
तेजस्वी-राहुल की जोड़ी,क्या अखिलेश-राहुल की जोड़ी तरह BJP के रथ को दे पाएगी कोई बड़ा झटका?
क्या चुनाव आयोग पर निशाना? कोई सियासी चाल? या वोटचोरी के बयान पर फिर फंसेंगे राहुल गांधी?