रेमल तूफान ने पश्चिम बंगाल में हाहाकार मचा दिया है. जानकारी मिली है कि तूफान ने 135 किमी. की रफ्तार से बंगाल में लैंडफॉल किया था, जिससे बड़े-बड़े पैर उखड़ गए. बिजली व्यवस्था भी चरमराई हुई है, वहीं एक व्यक्ति की मौत की भी खबर मिल रही है.
साथ ही कई लोग घायल भी हुए हैं. इसका असर बीरभूम, पूर्वी बर्धमान, नदिया, पूर्वी मेदिनीपुर, बांकुड़ा, दक्षिण 24 परगना, उत्तर 24 परगना, कोलकाता, बिधाननगर के अलग-अलग इलाकों में देखने को मिल रहा है. बता दें कि तूफान के असर को देखते हुए राज्य सरकार ने ऐतिहाती कदम उठा लिए थे.
बिहार में दिखने वाला है असर
वहीं अब तूफान का असर बिहार में भी दिखने वाला है. पटना स्थित आईएमडी के वैज्ञानिक कुणाल कौशिक मेटे ने बताया कि गंभीर चक्रवाती तूफान रेमल का असर बिहार के पूर्वी इलाकों में देखने को मिलेगा. पूर्वी भाग के जिलों में मेघगर्जन, आंधी के साथ हल्के से मध्यम स्तर की बारिश होने की संभावना है.
तूफान की वजह से सुपौल, अररिया, किशनगंज, सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया, कटिहार, खगड़िया, भागलपुर, मुंगेर, बांका और जमुई में हल्के से मध्यम बारिश होने की संभावना है.
कमजोर हुआ चक्रवाती तूफान
अब रेमल एक चक्रवाती तूफान में कमजोर हो गया है और 6 घंटों में 15 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड के साथ उत्तर की ओर बढ़ रहा है. बता दें कि आज सुबह चक्रवात सागर आइलैंड (पश्चिम बंगाल) से 150 किमी नॉर्थईस्ट, खेपुपारा (बांग्लादेश) से 110 किमी नॉर्थवेस्ट, कैनिंग (पश्चिम बंगाल) से 70 किमी नॉर्थईस्ट और मोंगला (बांग्लादेश) से 30 किलोमीटर पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में केंद्रित था.