चैंपियन्स ट्रॉफी 2024 का आयोजन फरवरी 19 से 9 मार्च तक होगा. इस टूर्नामेंट की शुरुआत भारत और बांगलादेश के मुकाबले से 20 फरवरी को होगी. भारत के लिए यह टूर्नामेंट खास मायने रखता है, क्योंकि भारत के दो दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली और रोहित शर्मा इस टूर्नामेंट में अब तक शानदार प्रदर्शन कर चुके हैं.
विराट कोहली का शानदार रिकॉर्ड
विराट कोहली ने चैंपियन्स ट्रॉफी के इतिहास में 13 मैचों में 529 रन बनाए हैं, जो एक शानदार औसत 88.16 का है. हालांकि विराट इस टूर्नामेंट में एक भी शतक नहीं बना पाए हैं, लेकिन उन्होंने पांच अर्द्धशतक जरूर लगाए हैं. खासकर 2017 चैंपियन्स ट्रॉफी में विराट ने 5 मैचों में 258 रन बनाए थे, और उनका औसत 129 का था, जो एक बेहतरीन आंकड़ा है. इस बार भी विराट कोहली पर काफी उम्मीदें होंगी, क्योंकि उनकी बैटिंग चैंपियन्स ट्रॉफी में टीम इंडिया के लिए हमेशा महत्वपूर्ण रही है.
रोहित शर्मा का प्रभावशाली प्रदर्शन
रोहित शर्मा भी चैंपियन्स ट्रॉफी में शानदार फॉर्म में हैं. उन्होंने 10 मैचों में 481 रन बनाए हैं, जिनमें एक शतक और चार अर्द्धशतक शामिल हैं. रोहित का औसत 53.44 का रहा है, जो एक स्थिर और प्रभावशाली प्रदर्शन को दर्शाता है. 2017 चैंपियन्स ट्रॉफी में रोहित शर्मा ने 304 रन बनाए थे और वह इस टूर्नामेंट के दूसरे सबसे बड़े रन-स्कोरर थे.
भारत के लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं
हालांकि विराट और रोहित का चैंपियन्स ट्रॉफी में प्रदर्शन बेहतरीन रहा है, हाल के आंकड़े भारत के लिए चिंता का कारण बन सकते हैं. इस साल के ओडीआई मैचों में विराट कोहली ने तीन पारियों में केवल 58 रन ही बनाए हैं, जबकि रोहित शर्मा शुरुआत तो करते हैं, लेकिन वह बड़ी पारी खेलने में असफल रहे हैं.
इसके अलावा, भारत के ग्रुप में पाकिस्तान और न्यूज़ीलैंड जैसी मजबूत टीमें हैं, जो मुकाबले को मुश्किल बना सकती हैं. पाकिस्तान ने हाल ही में पांच लगातार ओडीआई सीरीज जीतने का रिकॉर्ड भी बनाया है. ऐसे में, विराट और रोहित दोनों के लिए यह टूर्नामेंट अहम साबित हो सकता है और उनकी फॉर्म भारत की सफलता में निर्णायक भूमिका निभाएगी.
भारत को उम्मीद है कि दोनों बल्लेबाज आगामी चैंपियन्स ट्रॉफी में अपनी कड़ी मेहनत और अनुभव से टीम को सफलता दिलाएंगे.