दूसरी बार विदेश मंत्री बनते ही जयशंकर ने लिया बड़ा फैसला, पाकिस्तान-चीन में खलबली!

Global Bharat 11 Jun 2024 2 Mins 592 Views
दूसरी बार विदेश मंत्री बनते ही जयशंकर ने लिया बड़ा फैसला, पाकिस्तान-चीन में खलबली!

एस जयशंकर ने मोदी सरकार 3.0 में दूसरी बार विदेश मंत्री बनते ही एक तगड़ा आदेश निकाला है. उनके पहले आदेश से ही पाकिस्तान और चीन को दिन में तारे दिखने लगे हैं. इसी के साथ जयशंकर ने एक बड़ा रिकॉर्ड भी बना दिया है. अपने ऑफिस में बैठकर जैसे ही उन्होंने इस रजिस्टर पर साइन किया, वो लगातार दूसरी बार विदेश मंत्री बनने वाले हिंदुस्तान के पहले नेता बन गए. लेकिन दुनिया उनके रिकॉर्ड पर नहीं बल्कि बयान पर बात कर रही है.

जयशंकर के इस बयान से चीन को मिर्ची लग सकती है. पदभार ग्रहण करने के तुरंत बाद सुबह-सुबह जब शहरों में लोग सोकर भी नहीं जागे थे, तब जयशंकर अपने यहां कुछ मीडिया वालों को बुलाते हैं, और उनके सामने कुछ ऐसा कहते हैं, जिसका असर सीमापार तक होगा. जो चीन और पाकिस्तान के बारे में आपने कहा वहां जो समस्याएं हैं, कुछ अलग है, चीन के बारे में हमारा फोकस तो होगा सीमा में जो स्थिति है, अभी भी उसमें कुछ चीजें बाकी हैं, उसे कैसे निपटाएंगे, पाकिस्तान के साथ जो सालों से विषय है, आतंकवाद का, उसका समाधान ढूंढेंगे, एक अच्छे पड़ोसी की नीति नहीं है.

इसी के साथ जयशंकर ये भी कहते हैं कि हम दुनिया के साथ चलेंगे लेकिन अपनी हितों को आगे रखेंगे. जयशंकर का इशारा साफ-साफ अमेरिका और उन देशों की ओर था जिन्हें ये लगता है कि भारत उनकी बात आसानी से मान लेगा. जयशंकर के कार्यकाल में ही अमेरिका के मना करने के बाद भी रूस से तेल खरीदा था. इजरायल-इरान वाले मामले में अपना अलग स्टैंड लिया था.

बड़ी बात ये है कि जयशंकर पीओके पर कुछ नहीं बोले, जिसके बाद से हर कोई ये पूछ रहा है कि क्या पीओके वाला मुद्दा मोदी सरकार के लिए सिर्फ चुनावी था और इस बार बहुमत नहीं मिला. इसलिए सरकार अब पीओके वाला प्लान बदलना चाहती है. हालांकि पीएम मोदी ने शपथ लेने के बाद पीएमओ के अधिकारियों के सामने भी ये साफ कर दिया कि आपको इफ एंड बट नहीं सोचना, जो आदेश है, उसका पालन करना है.

जयशंकर भी अपने अधिकारियों को यही समझा रहे हैं कि सुनना सबकी पर करना वही जो देशहित में हो, क्योंकि देश से बढ़कर कुछ नहीं है. इस बार मोदी सरकार का विजन पहले ही दिन से साफ-साफ दिखने लगा है. पदभार संभालते ही मोदी ने पहले किसानों ने लाखों करोड़ रुपये का फंड जारी किया, फिर शाम होते ही वित्त मंत्रालय ने अलग-अलग राज्यों के लिए टैक्स डिवोल्यूशन यानि टैक्स कलेक्शन वाले पैसे दिए और अब जयशंकर ने सुबह उठते ही दुनिया को ये संदेश दे दिया कि भारत अपनी शर्तों पर आगे बढ़ेगा,हमारे इरादे नहीं बदलने वाले हैं.