मुंबई: सरफराज खान के पिता नौशाद खान ने खुलासा किया कि मुंबई के इस बल्लेबाज ने पिछले कुछ महीनों में अपने शरीर में जबरदस्त परिवर्तन कैसे किया. सरफराज ने सोमवार 21 जुलाई को अपना दुबला-पतला शरीर दिखाकर क्रिकेट जगत को चौंका दिया. 27 वर्षीय सरफराज को उनकी फिटनेस पर ध्यान देने के लिए इंग्लैंड के पूर्व कप्तान केविन पीटरसन से प्रशंसा मिली. पीटरसन ने कहा कि इससे उन्हें मैदान पर और सफलता मिल सकती है.
इंडिया ए के इंग्लैंड दौरे पर इंग्लैंड लायंस के खिलाफ मैचों से पहले सरफराज ने 10 किलो वजन कम किया था और अब खबर है कि इस मुंबई बल्लेबाज ने लगभग 17 किलो वजन घटाया है. मीडिया से बात करते हुए सरफराज के पिता ने बताया कि पिछले एक से डेढ़ महीने से उसने घर में रोटी और चावल खाना बंद कर दिया था और अब वे सब्जियों और प्रोटीन पर अधिक ध्यान दे रहे हैं.
उन्होंने आगे कहा कि खाने में चीनी को हटाने से सरफराज को वजन कम करने में मदद मिली है. नौशाद ने बतायाकि उसने अपने आहार पर बहुत नियंत्रण किया है. रोटी, चावल आदि खाना बंद कर दिया है. पिछले एक से डेढ़ महीने से घर में रोटी या चावल नहीं खाया. वह ब्रोकली, गाजर, खीरा, सलाद और हरी सब्जियों का सलाद खाता है. साथ ही ग्रिल्ड मछली, ग्रिल्ड चिकन, उबला चिकन या उबला अंडा आदि खाता है और ग्रीन टी, ग्रीन कॉफी पीता है.
उन्होंने बताया कि हमलोगों ने घर में भी रोटी और चावल खाना बंद कर दिया है. हमने चीनी खाना बंद कर दिया है. हमने मैदा (आटा) और बेकरी उत्पादों को भी बंद कर दिया है. नौशाद ने कहा कि वह भी अपने बेटे के साथ इस आहार योजना में शामिल हैं, क्योंकि वह अपने घुटने की सर्जरी की योजना बना रहे हैं. उन्होंने बताया कि सरफराज आने वाले महीनों में और वजन कम करने की योजना बना रहे हैं.
सरफराज के पिता ने बताया कि उन्होंने डेढ़ महीने में लगभग 10 किलो वजन कम किया है. वह अपने वजन को और कम करने पर काम कर रहे हैं. मैंने खुद 12 किलो वजन कम किया है क्योंकि मुझे घुटने की समस्या थी. इससे मुझे भी फायदा हुआ. डॉक्टर ने मुझे बताया कि मुझे घुटने की रिप्लेसमेंट सर्जरी करानी होगी. मैंने उनसे कहा कि मुझे इसे टालना है. उन्होंने मुझे बताया कि इसके लिए मुझे अपना वजन कम करना होगा.
सरफराज का अब तक का करियर
मुंबई के लिए घरेलू क्रिकेट में रन मशीन साबित होने के बाद सरफराज को 2024 में इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज के दौरान भारतीय टीम के लिए खेलने का मौका मिला. 27 वर्षीय खिलाड़ी ने अपनी बल्लेबाजी से सभी को प्रभावित किया, लेकिन उन्हें टीम में स्थायी स्थान पक्का करने में मुश्किल हुई. वह बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम का हिस्सा थे, लेकिन उन्हें एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला और वर्तमान में इंग्लैंड के खिलाफ चल रही सीरीज के लिए उन्हें टीम में नहीं चुना गया. हालांकि, उन्होंने इंडिया ए बनाम इंग्लैंड लायंस मैचों और इंट्रा-स्क्वॉड मैच में शतक बनाकर अपनी छाप छोड़ी.