क्रिकेट खिलाड़ियों को मैदान पर उतरने से पहले अपनी सुरक्षा के लिए उचित उपकरण पहनने की आदत होती है, लेकिन अंपायरों के लिए ऐसा नहीं होता. हाल ही में एक ऑस्ट्रेलियाई अंपायर, टोनी डि नोब्रेगा, एक गंभीर हादसे का शिकार हो गए. यह घटना पर्थ के चार्ल्स वीयरयार्ड रिजर्व में हुई, जहां एक क्रिकेट मैच के दौरान अंपायर टोनी डि नोब्रेगा को एक तेज़ और सीधी शॉट से गंभीर चोट लगी.
यह घटना उस समय घटी जब एक बल्लेबाज ने गेंद को जोर से मारकर अंपायर के चेहरे पर लगा दिया. चोट इतनी गंभीर थी कि डि नोब्रेगा को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है. अंपायर के चेहरे पर गंभीर सूजन आई है और उनकी आंखों और होंठों में भी काफी दबाव है. डॉक्टरों ने बताया कि उनकी हड्डियां टूट तो नहीं गई हैं, लेकिन उनकी हालत की गंभीरता को देखते हुए ऑपरेशन की संभावना बनी हुई है.
इस घटना पर वेस्टर्न ऑस्ट्रेलियन सबअर्बन टर्फ क्रिकेट एसोसिएशन (WASTCA) ने अपने फेसबुक पेज पर दुख व्यक्त किया और डि नोब्रेगा की शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की. एसोसिएशन ने कहा, "शनिवार को तीसरी श्रेणी के मैच के दौरान हमारे वरिष्ठ अंपायर टोनी डि नोब्रेगा को तेज़ सीधी ड्राइव गेंद से चेहेरे पर चोट लगी. रातोंरात उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया और डॉक्टर उनकी स्थिति पर नज़र बनाए हुए हैं. हम उनके जल्द ठीक होने की कामना करते हैं और अंपायर समुदाय उनके साथ खड़ा है."
यह कोई पहली घटना नहीं है, जब अंपायरों को इस तरह की गंभीर चोट का सामना करना पड़ा हो. 2019 में, एक 80 वर्षीय वेल्श अंपायर, जॉन विलियम्स को भी एक गेंद से गंभीर चोट लगी थी. बाद में उन्हें कोमा में रखा गया और कुछ हफ्तों बाद उनकी मृत्यु हो गई. 2014 में, इज़राइल के अंपायर हिलेइल ऑस्कर भी एक गेंद के सिर में लगने से जान गवां बैठे थे.
इस घटना ने यह फिर से साबित किया कि अंपायरों को भी मैदान पर उतने ही खतरे का सामना करना पड़ता है जितना कि खिलाड़ियों को. इस दुर्घटना के बाद यह जरूरी हो गया है कि अंपायरों के लिए भी सुरक्षा उपकरणों का प्रबंध किया जाए, ताकि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.