स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले 10 वर्षों में केंद्र सरकार द्वारा किए गए सुधारों पर प्रकाश डाला और कहा कि इससे युवाओं में आत्मविश्वास बढ़ा है और उनमें लंबी छलांग लगाने की इच्छा बढ़ी है. लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद देश में यथास्थिति का माहौल था जिसे तोड़ने की जरूरत है. लोगों ने सुधारों का इंतजार किया, हमें अवसर मिला और हमने बड़े सुधार लागू किए. सुधारों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता संपादकीय तक सीमित नहीं है, हमारे सुधार छोटी-मोटी प्रशंसा के लिए नहीं हैं, बल्कि देश को मजबूत बनाने के लिए हैं.
इससे आत्मविश्वास बढ़ा है. हमारे युवाओं के लिए अब कई रास्ते खुले हैं. युवा अब धीरे-धीरे नहीं चलना चाहते, वे नई चीजें हासिल करने के लिए छलांग लगाना चाहते हैं और वे बड़ी छलांग लगाना चाहते हैं. यह भारत के लिए स्वर्णिम युग है. पीएम मोदी ने कहा कि हमें इस अवसर को जाने नहीं देना चाहिए. हम 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्यों को प्राप्त करेंगे.
पर्यटन से लेकर एमएसएमई से लेकर स्वास्थ्य तक, हर क्षेत्र में एक नई आधुनिक प्रणाली है. हमने सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाया है. प्रत्येक क्षेत्र को नई चीजों की जरूरत है, प्रौद्योगिकी का उपयोग करने की जरूरत है और हमें यह सुनिश्चित करना है कि इन क्षेत्रों को समर्थन मिले. आइए हम सभी अपनी पूरी ताकत से चलें और अपने सभी लक्ष्यों को प्राप्त करें. प्रधानमंत्री ने महिला स्वयं सहायता समूहों पर प्रकाश डाला, जिनमें अब लगभग 10 करोड़ महिलाएं विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रही हैं. उन्होंने कहा कि जब महिलाएं आर्थिक रूप से स्वतंत्र होती हैं तो इससे समाज बदलता है.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लगातार 11वीं बार राष्ट्रीय राजधानी के लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया. आज सुबह से ही दिल्ली का आसमान बादलों से घिरा हुआ था और हल्की बूंदाबांदी भी हुई. तिरंगा फहराने के बाद प्रधानमंत्री को 'राष्ट्रीय सलामी' दी गई. पंजाब रेजिमेंट मिलिट्री बैंड, जिसमें एक जेसीओ और 25 अन्य रैंक शामिल थे, ने राष्ट्रीय ध्वज फहराने के दौरान राष्ट्रगान बजाया और 'राष्ट्रीय सलामी' दी. बैंड का संचालन सूबेदार मेजर राजिंदर सिंह ने किया.