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ये तस्वीर हिंदुस्तान समेत कई देशों में वायरल है, खाड़ी मुल्क से लेकर पाकिस्तान तक में ये तस्वीर बार-बार देखी जा रही है. पीएम मोदी ने जिस तरीके से एक मुस्लिम नेता का प्रोटोकॉल तोड़कर स्वागत किया, एयरपोर्ट पहुंचकर गले मिले और कहा स्वागत है मेरे भाई, वो न सिर्फ चर्चा का विषय बना है, बल्कि हर कोई ये जानना चाहता है कि आखिर ये 6 फीट 4 इंच लंबे व्यक्ति कौन हैं और मोदी ने इन्हें बुलावा देकर भारत क्यों बुलाया, तो पहले इनके बारे में सुनिए, फिर बताते हैं क्षेत्रफल के लिहाज से त्रिपुरा जितने छोटे जिस देश से ये आते हैं, वो भारत के लिए जरूरी क्यों हैं.
इसीलिए इनकी गिनती ऐश की जिंदगी जीने वाले दुनिया के शासकों में होती है. अब आप समझ गए होंगे कि भारत यात्रा पर ये क्यों आए हैं. कतर की आबादी करीब 29 लाख है, जिसमें से करीब 8 लाख भारतीय हैं, खाड़ी मुल्क होने के नेता यहां ऊर्जा की इतनी अपार संभावनाएं हैं कि भारत की एलपीजी और एलएनजी यानि लिक्विफाइड नेचुरल गैस की ज्यादातर जरूरतें यही पूरी करता है, बदले में हम अनाज, लोहा और तमाम चीजें भेजते हैं, दोनों देशों के बीच व्यापार तेजी से बढ़ रहा है, जो पाकिस्तान जैसे देशों को रास नहीं आता.
पर मोदी ने प्रोटोकॉल तोड़कर ये बता दिया कि भारत-कतर का ये रिश्ता क्या कहलाता है, कतर के अमीर ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से भी मुलाकात की. दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर सार्थक चर्चा होने और कई बड़ी डील होने की उम्मीद है, इससे पहले कतर के अमीर साल 2015 में भी भारत दौरे पर आए थे, हालांकि उसके बाद नुपूर शर्मा के बयान को लेकर कई खाड़ी मुल्कों ने आपत्ति जताई थी, लेकिन चंद बयानों से वैश्विक रिश्ते नहीं बदलते. अगर आपको ये जानकारी अच्छी लगी तो चैनल को सब्सक्राइब करें, कमेंट कर बताएं इस दौरे को आप कैसे देखते हैं.