जांच के घेरे में फंसे पेमेंट प्लेटफॉर्म पेटीएम पर भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने कई तरह के प्रतिबंध लगाए हैं इसी बीच भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने भी पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) को फास्टैग प्रदाताओं की से बाहर कर दिया है। इसके बाद उपयोगकर्ताओं को जल्द से जल्द एनएचएआई के दायरे में आने वाले अन्य 32 बैंकों में से किसी एक को चुनकर फास्टैग सेवा शुरू करवानी होगी। साथ ही एनएचएआई के ‘वन व्हिकल, वन फास्टैग’ नियम के चलते पेटीएम फास्टैग को बंद करना और भी आवश्यक हो गया है। पिछले महीने आरबीआई की एक रिपोर्ट ने पीपीबीएल के खिलाफ गैर-अनुपालन के आरोपों को उजागर किया था। साथ ही 29 फरवरी तक इसके संचालन को निलंबित करने की सिफारिश की गई है।
हालांकि आरबीआई ने बाद में निलंबन की समय सीमा बढ़ाकर 29 फरवरी की जगह 15 मार्च कर दी है। फिलहाल 15 मार्च तक उपयोगकर्ता अपने पेटीएम फास्टैग का उपयोग कर सकते हैं, इसके बाद वे स्वत: ही निष्क्रिय हो जाएंगे, और रिचार्ज करना या टॉप अप करना संभव नहीं होगा।
इसीलिए जरूरी है कि समय रहते उपयोगकर्ता अपने पीपीबीएल फास्टैग खाते को बंद करके रिफंड की मांग कर लें ताकि पेटीएम की ओर से समय सीमा के भीतर ही रिफंड सुनिश्चित कर दिया जाए।
याद रहे कि एक फास्टैग बंद होने के बाद वाहन मालिक दूसरे फास्टैग के लिए आवेदन अथवा प्राप्त कर सकते हैं।
अपने पेटीएम फास्टैग खाते को उपयोगकर्ता बिना किसी परेशानी पेटीएम ऐप के जरिए ही बंद कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें निम्न चरणों का पालन करना होगा:
इसके अलावा, उपयोगकर्ता फास्टैग पेटीएम पोर्टल पर लॉग इन करके अपना FASTag नंबर, पंजीकृत मोबाइल नंबर और सत्यापन विवरण प्रदान करने के बाद "सहायता और समर्थन" विकल्प के अंतर्गत मैं अपना फास्टैग प्रोफ़ाइल बंद करना चाहता हूं को चुनकर भी अपना पेटीएम फास्टैग खाता बंद कर सकते हैं।
इन कदमों का उद्देश्य पेटीएम फास्टैग उपयोगकर्ताओं को पीपीबीएल से आसानी से दूर जाने और फास्टैग पारिस्थितिकी तंत्र में नियामक परिवर्तनों का अनुपालन सुनिश्चित करने में मार्गदर्शन करना है।