नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के शाजापुर जिले के एक इलाके में सांप्रदायिक तनाव चरम पर पहुंच गया, जब एक मुस्लिम युवक द्वारा हिंदू लड़की को भगाने की घटना ने ग्रामीणों को भड़का दिया. देंदला गांव के निवासी शरीफ नामक युवक पर मक्सी थाना क्षेत्र की एक युवती को अगवा करने का इल्जाम लगा. इस घटना के बाद हिंदू संगठनों ने तीखा विरोध जताया और पुलिस मुख्यालय पर धरना-प्रदर्शन किया.
रविवार से ही पुलिस टीमों और लड़की के परिवार वाले मिलकर युवक व युवती की खोजबीन में जुटे थे. मंगलवार दोपहर बेरछी गांव के आसपास शरीफ को देखते ही गुस्साए ग्रामीणों ने उसे घेर लिया. उन्होंने युवक पर जमकर लाठियां बरसाईं और उसकी मोटरसाइकिल को चपेट में लेते हुए आग लगा दी.
हंगामे की खबर मिलते ही पुलिस बल मौके पर पहुंचा और घायल शरीफ को पहले स्थानीय अस्पताल ले जाकर इलाज करवाया. हालत बिगड़ने पर उसे इंदौर के बड़े अस्पताल भेज दिया गया. घटना का खुलासा तब हुआ जब युवती के परिजनों ने सोमवार को एसपी कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई.
हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने भी सख्ती से मांग की कि आरोपी को तुरंत गिरफ्तार किया जाए, वरना आंदोलन तेज होगा. संगठन के नेता अनूप किरकिरे ने पुलिस की सुस्ती पर निशाना साधा, कहा कि नामजद आरोपी के बावजूद न तो लड़की का सुराग लग रहा है और न ही अपहरणकर्ता को पकड़ा जा रहा.
उन्होंने जिले में 'जिहादी गतिविधियों' के बढ़ते खतरे का हवाला देते हुए चिंता जताई. दूसरी तरफ, युवती के समुदाय के लोगों ने आरोपी के घर पर बुलडोजर एक्शन की मांग उठाई. पूरे मामले को हिंदू संगठनों ने 'लव जिहाद' का रूप दिया, जिससे माहौल और गरम हो गया.
शाजापुर के विधायक अरुण भीमावद ने भी अधिकारियों को फोन पर कड़े निर्देश दिए कि इस संवेदनशील केस में कोई ढिलाई न बरती जाए. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक घनश्याम मालवीय ने स्थिति पर टिप्पणी करते हुए बताया कि बेरछी ग्राम के निकट कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने देंदला के शरीफ के साथ हिंसा की, जिसमें उसके दोपहिया वाहन को नुकसान पहुंचाया गया. पुलिस अब भी लापता युवती को खोज रही है और मामले की गहन जांच जारी है.