नई दिल्ली: नवी मुंबई में हुए एक रोड रेज मामले में नया मोड़ आया है. पूर्व IAS प्रोबेशनर पूजा खेडकर के पिता दिलीप खेडकर और उनके बॉडीगार्ड ने एक ट्रक ड्राइवर को कथित तौर पर अगवा कर लिया. यह घटना तब हुई जब ड्राइवर के ट्रक ने दिलीप की लैंड क्रूजर गाड़ी को छू लिया, जिसके बाद दोनों पक्षों में बहस हो गई.पुलिस जांच के अनुसार, दिलीप खेडकर और उनके बॉडीगार्ड प्रफुल्ल साळुंखे ने 22 साल के ड्राइवर प्रह्लाद कुमार को जबरन अपनी SUV में डालकर पूजा की मां मनोरमा खेडकर के पुणे स्थित बंगले पर ले गए.
पुलिस का कहना है कि मनोरमा ने अपने पति और बॉडीगार्ड को वहां से भागने में मदद की और पुलिस टीम पर दो खतरनाक कुत्ते छोड़ दिए, जो ड्राइवर को बचाने आई थी. यह घटना शनिवार शाम (13 सितंबर) को हुई और रविवार को पुणे पुलिस और नवी मुंबई पुलिस की संयुक्त टीम ने ड्राइवर को पूजा के घर से बचा लिया. सोमवार को जब पुलिस दोबारा बंगले पर पहुंची, तो मनोरमा वहां नहीं मिलीं.
पुलिस के मुताबिक, बहस के बाद दिलीप और उनके बॉडीगार्ड ने ड्राइवर को अगवा कर पुणे ले गए. जब पुलिस मनोरमा के बंगले पर पहुंची, तो उन्होंने गेट नहीं खोला और पुलिस को सहयोग करने से इनकार कर दिया. मनोरमा ने पुलिस को FIR की कॉपी लेकर यह वादा किया कि वह दोपहर 3 बजे तक दोनों आरोपियों को थाने लाएंगी, लेकिन बाद में उन्होंने पुलिस से कहा कि वे जो चाहें करें.
जब पुलिस दोबारा बंगले पर पहुंची, तो वहां से SUV गायब थी, और मनोरमा ने कथित तौर पर अपने पति और बॉडीगार्ड को भागने में मदद की. पुलिस ने बंगले में घुसकर ड्राइवर को सुरक्षित निकाला, लेकिन मनोरमा वहां नहीं मिलीं. पुणे पुलिस ने मनोरमा के खिलाफ पुलिस कार्य में बाधा डालने का केस दर्ज किया है, जबकि नवी मुंबई पुलिस ने दिलीप खेडकर और उनके बॉडीगार्ड के खिलाफ अपहरण के आरोप में केस दर्ज किया है.
अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.यह मामला तब सामने आया जब पूजा खेडकर पहले ही UPSC 2022 परीक्षा में OBC और दिव्यांग कोटा का दुरुपयोग करने के आरोपों के कारण चर्चा में थीं. पूजा ने इन सभी आरोपों का खंडन किया है.