इन दिनों सोशल मीडिया पर समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव को लेकर बवाल मचा हुआ है. लोगों का कहना है कि जीत का नशा समाजवादी पार्टी के सिर चढ़कर बोल रहा है क्योंकि जब से सपा ने लोकसभा चुनाव में 37 सीटों पर जीत दर्ज की है, तब से पार्टी के नेताओं की तरफ से बेतुके बयानों की झड़ी लग गई है. बेतुके बयान को तो छोड़ दीजिए, सपा नेता अब भगवान राम और सनातन धर्म को बदनाम करने में भी कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं.
ताजा मामला सपा के मुखिया अखिलेश यादव से जुड़ा हुआ है. दरअसल समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और सांसद अखिलेश यादव ने फैजाबाद के सांसद अवधेश प्रसाद को 'अयोध्या का राजा' बताकर नया विवाद खड़ा कर दिया है. वहीं भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने इसे अहंकार करार दिया है.
बता दें कि अखिलेश यादव गुरुवार को फैजाबाद के सांसद अवधेश प्रसाद के साथ संसद सत्र में पहुंचे थे. यहां वे मीडिया से बातचीत के दौरान भाजपा पर बड़ा आरोप लगा दिया. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने अयोध्या को सिर्फ बर्बाद किया है, जबकि सपा के लोग लोकतंत्र के रक्षक हैं.
यहां तक तो ठीक था, लेकिन आगे अखिलेश यादव ने ऐसा कुछ बोल दिया, जिससे सोशल मीडिया सहित देशभर में बवाल मचा हुआ है. दरअसल, अखिलेश यादव ने अवधेश प्रसाद को अपने पास बुलाते हुए कहा कि लोकतंत्र के सेनानी अवधेश जी हमारे साथ खड़े हैं, जो ‘राजा अयोध्या है.’
फिर क्या था, लोग अखिलेश यादव पर भड़क गए और सपा पर कई तरह के आरोप लगाने लगे. वहीं भाजपा की तरफ से भी पलटवार किया गया है. इसे लेकर बीजेपी के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा है कि सपा के सिर पर जीत का अहंकार सवार हो गया है. उन्होंने कहा कि अयोध्या के सांसद को ‘अयोध्या का राजा’ कहना शर्मनाक व्यवहार है. सनातन और हिंदू धर्म एवं रामचरितमानस का लगातार अपमान करने के बाद ऐसा बयान निंदनीय है.