Congress leader Manju Kumari joins BJP: झारखंड विधानसभा चुनाव (Jharkhand Assembly Elections) से पहले कांग्रेस के लिए बुरी खबर निकल कर सामने आई है. दरअसल, कांग्रेस नेता मंजू कुमारी (Manju Kumari) मंगलवार को रांची में पार्टी कार्यालय में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ज्वाइन कर लिया है. झारखंड BJP प्रमुख बाबूलाल मरांडी (Jharkhand BJP chief Babulal Marandi) और राज्य विधानसभा चुनाव सह-प्रभारी हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) की मौजूदगी में मंजू कुमारी अपने पिता और पूर्व विधायक सुकर रविदास (Sukar Ravidas) के साथ BJP में शामिल हुईं. इस दौरान बाबूलाल मरांडी ने झारखंड में आगामी विधानसभा चुनावों पर भी बात की.
उन्होंने कहा कि मैं आज बैठक के लिए दिल्ली जा रहा हूं. बैठक का एजेंडा राज्य में विधानसभा चुनाव होगा. बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) ने झारखंड सरकार द्वारा महिलाओं के लिए मासिक सहायता राशि 1000 रुपए से बढ़ाकर 2,500 रुपए करने के बारे में भी मीडिया से बात की. इसे लेकर उन्होंने कहा कि वे इसे 3 महीने से दे रहे हैं, उन्होंने इसे पहले क्यों नहीं बढ़ाया? मरांडी ने दावा किया कि 2020 में राज्य विधानसभा में, हमने उनका समर्थन किया और बेरोजगार स्नातकों को 5,000 रुपए और बेरोजगार स्नातकोत्तर युवाओं को 7,000 रुपए की सहायता देने का प्रस्ताव पारित किया गया, लेकिन अभी तक कुछ नहीं किया गया है. कोई भी उन पर भरोसा नहीं करेगा. उन्होंने कहा कि लोग सब कुछ समझते हैं.
चुनाव आयोग (Election Commission) मंगलवार को महाराष्ट्र और झारखंड के विधानसभा चुनावों के कार्यक्रम की घोषणा करेगा. चुनाव आयोग के अधिकारियों ने महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनावों के कार्यक्रम की घोषणा करने के लिए दिल्ली के विज्ञान भवन के प्लेनरी हॉल में दोपहर 3.30 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है. महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त होगा, जबकि झारखंड विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी, 2025 को समाप्त होगा. झारखंड में दिसंबर 2024 तक 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव होने की उम्मीद है.
मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) राजीव कुमार के नेतृत्व में ईसीआई के एक प्रतिनिधिमंडल ने 24 सितंबर को रांची में झारखंड में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए चुनाव तैयारियों की गहन समीक्षा की, जिसमें केंद्रीय और राज्य प्रवर्तन एजेंसियों को धन बल के प्रभाव पर अंकुश लगाने का निर्देश दिया गया। 2019 के चुनावों में, झारखंड में पाँच चरणों में मतदान हुआ था, जबकि महाराष्ट्र में सिर्फ़ एक चरण में मतदान हुआ था.