अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच 1 मैच की टेस्ट सीरीज इन दिनों काफी चर्चा में है, लेकिन अच्छे कारणों की वजह से नहीं बल्कि क्रिकेट जगत में नेगेटिव कारणों की वजह से. दरअसल ग्रेटर नोएडा स्टेडियम में अफगानिस्तान और न्यूज़ीलैंड के बीच खेले जाने वाले टेस्ट मैच के दौरान स्टेडियम की खस्ता हालत ने पूरे क्रिकेट जगत का ध्यान अपनी तरफ खींच लिया है. बारिश के बाद मैदान की स्थिति बेहद खराब हो गई और बुनियादी सुविधाओं की भारी कमी देखने को मिली. खासतौर पर खानपान सुविधाओं को लेकर गंभीर सवाल उठ रहे हैं. हाल ही में एक तस्वीर सामने आई है, जिसमें रसोइया शौचालय से पानी भरता हुआ दिखाई दिया. इससे न केवल मैदान की स्थिति पर बल्कि यहां की व्यवस्थाओं पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं.
अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने जताई नाराज़गी
दरअसल, अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) ने भी ग्रेटर नोएडा स्टेडियम की सुविधाओं पर अपनी नाराज़गी जाहिर की है. एक ACB अधिकारी ने एक मीडिया चैनल से बात करते हुए कहा, "यहां कोई सुविधा नहीं है. हम दोबारा यहां नहीं आना चाहेंगे. इसके बजाय, हम लखनऊ के मैदान को प्राथमिकता देंगे." अधिकारी ने बताया कि ग्राउंड पर बुनियादी सुविधाओं की भी कमी है. खिलाड़ियों के लिए कोई बेहतर प्रबंधन नहीं है, और वे सुविधाओं से नाखुश हैं.
अफगानिस्तान vs न्यूजीलैंड टेस्ट मैच का हाल
उत्तर भारत में पिछले 10 दिनों से लगातार बारिश हो रही है, जिसका असर ग्रेटर नोएडा मैदान पर भी पड़ा. पहले दिन गीली पिच के कारण खेल रद्द कर दिया गया था, यहां तक कि टॉस भी नहीं हो सका. दूसरे दिन भी रात भर की बारिश के कारण मैदान सुखाने में असफल रहने पर खेल नहीं हो सका. इस प्रकार, दूसरे दिन का खेल भी रद्द करना पड़ा. इस खराब मैनेजमेंट के चलते खिलाड़ियों और फैंस में काफी निराशा है और ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या इस मैदान को भविष्य में इंटरनेशनल मैचों की मेजबानी दी जानी चाहिए.