• धरमकुंड गांव में रातभर की बारिश से बाढ़ • अचानक बढ़ा नाले का जल स्तर, मची तबाही • भूस्खलन के कारण दस घर पूरी तरह नष्ट |
नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले के धरमकुंड गांव में चिनाब नदी के पास रातभर हुई भारी बारिश ने बाढ़ और भूस्खलन को जन्म दिया. इस वजह से सैकड़ों लोगों का आशियाना छीन गया है. हर तरफ तबाई का मजर नजर आ रहा है. मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार, एक नाले का जलस्तर अचानक बढ़ने से गांव में बाढ़ आ गई, जिससे तीन लोगों की मौत हो गई और एक व्यक्ति लापता बताया जा रहा है. स्थानीय प्रशासन अभी भी नुकसान का आकलन कर रहा है.
संपत्ति और बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान
बाढ़ और भूस्खलन के कारण दस घर पूरी तरह नष्ट हो गए, जबकि 25-30 अन्य घरों को आंशिक क्षति पहुंची. दर्जनों परिवार विस्थापित हो गए. राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध हो गया, और वाहनों को मलबे से नुकसान पहुंचा. स्थानीय प्रशासन द्वारा फंसे हुए लोगों को सुरक्षित निकाला जा रहा है.
पुलिस और प्रशासन का त्वरित बचाव अभियान
धरमकुंड पुलिस और जिला प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 90-100 फंसे हुए लोगों को सुरक्षित निकाला. बचाव दलों ने महिलाओं और बच्चों सहित दर्जनों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया. तबाही का मजर देखकर लोग अभी भी डरे हुए हैं. मददर के लिए आसपस के लोग भी पहुंचे हैं.
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने मदद का दिया आश्वासन
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने स्थिति की गंभीरता को स्वीकार करते हुए जिला प्रशासन की समयबद्ध प्रतिक्रिया की सराहना की। उन्होंने उपायुक्त बसीर-उल-हक चौधरी के साथ निरंतर संपर्क में रहने और प्रभावित परिवारों को वित्तीय सहायता सहित हरसंभव मदद का आश्वासन दिया.
घटनास्थल के वीडियो में बाढ़ का पानी घरों में घुसता, ढहती इमारतें और मलबे से क्षतिग्रस्त वाहन दिखाई दिए. रामबन क्षेत्र में भूस्खलन और ओलावृष्टि ने व्यापक तबाही मचाई है.