पाकिस्तान की संसद में कानून पास, मदरसों में दी जाएगी आतंकियों को ट्रेनिंग, गजवा-ए-हिंद की तैयारी! पढ़िए EXCLUSIVE रिपोर्ट

Abhishek Shandilya 15 May 2025 10:34: PM 3 Mins
पाकिस्तान की संसद में कानून पास, मदरसों में दी जाएगी आतंकियों को ट्रेनिंग, गजवा-ए-हिंद की तैयारी! पढ़िए EXCLUSIVE रिपोर्ट

नई दिल्ली: पाकिस्तान की संसद में भारत के खिलाफ़ बहुत बड़ी तैयारी हो रही है! आतंकी संगठनों के साथ मिलकर मदरसों में जो पौध तैयार रही है उसका मकसद बेहद ख़तरनाक है! ISI के नेतृत्व में पाकिस्तान के PM शहबाज़ शरीफ की निगरानी और पाकिस्तानी आर्मी के संरक्षण में गज़वा-ए-हिन्द पर जो खुलासा हुआ है वो बेहद चौंकाने वाला है! देखिए पांच सबूत जो खोल देंगी आपकी आंखें! क्यों आतंक से पहले उसके आका को मिटाने की ज़रूरत है समझिए!

सबूत नंबर- 01: पाकिस्तान का प्लान मदरसा, भारत में गज़वा-ए-हिन्द की बड़ी तैयारी!

पाकिस्तान के नेताओं के बयान साफ दावा करते हैं कि वहां गजवा-ए-हिन्द की तैयारी चल रही है! संसद में रक्षा मंत्री ख़्वाजा आसिफ ने कहा...भारत और इज़राइल इस्लामिक देशों के दुश्मन हैं! पाकिस्तानी संसद में ये तक चर्चा हुई कि जैसे पाक सैनिक राष्ट्र के लिए दुश्मन से लड़ते हैं...वैसे ही...सुनिए ख्वाजा आसिफ का संसद में दिया गया बयान!

जहां तक मदरसों और मदरसों में पढ़ने वाले छात्रों की बात है, तो इसमें कोई शक नहीं कि वे हमारी दूसरी पंक्ति की रक्षा हैं, जो युवा वहां पढ़ते हैं, वो अल्लाह के फज़ल से मजहब से सुसज्जित हैं और आवश्यकता पड़ने पर नागरिक सुरक्षा या अन्य ज़रूरतों में 100 प्रतिशत उनका इस्तेमाल किया जा सकता है. इसके लिए रक्षा मंत्री आसिफ ख्वाजा ने 9 मई 2025 को पाक रक्षामंत्री का संसद में बयान भी दिया था

सबूत नंबर-02: पाकिस्तान सरकार ने खुद माना, मदरसों में पैदा होते हैं आतंकी, हाफिज़ से डरी पाक सरकार!

3 जनवरी 2025 को न्यूयॉर्क टाइम्स एक ख़बर लगाता है, जिसमें ये दावा किया जाता है कि पाकिस्तानी सरकार मदरसों को लेकर कोई कानून लाना चाहती है...क्योंकि सरकार मानती है कि वहां से अलकायदा, लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठन के लिए नई भर्ती होती है! 2019 में पाक मदरसों को शिक्षा मंत्रालय से जोड़ा जाना अनिवार्य किया गया, उसके बाद से वहां के आतंकी संगठनों ने ही  इस फैसले का विरोध कर दिया, हाफिज़ सईद के संगठन जमात-उल-दावा ने चेताया कि सरकार गिरा देंगे! इमरान ख़ान की सरकार गिरने के पीछे एक मुख्य वजह ये भी थी! शहबाज़ शरीफ PM बने तो इस कानून में बदलाव किया गया, और 2024 में नया कानून आया!

सबूत नंबर-03:  मदरसों के कानून में भारी ढील, अकाउंट चेक नहीं करेगी पाकिस्तान सरकार!

मुस्लिम देशों को कवर करने वाली वेबसाइट का दावा है कि साल 2024 में पाकिस्तान की संसद में एक कानून पास होता है, जिसमें मदरसों को भारी ढील दी जाती है! कानून के मुताबिक अब सरकार मदरसा संचालकों का अकाउंट चेक नहीं करेगी, यानि फंडिंग कहां से हो रही है? ये नहीं पूछेगी. इसका सीधा मतलब है पाकिस्तान मदरसे और धर्म की आड़ में आतंकियों की नई फौज़ पैदा करना चाहता है! पाकिस्तान की पार्लियामेंट में 26वां संशोधन विधेयक आया, जो पास भी हो जाता है! यानि इमरान ख़ान की सरकार ये मानती थी कि मदरसों से आतंकी पैदा होते हैं,लेकिन शहबाज़ शरीफ ये जानते हुए भी इस बात को नज़रअंदाज़ करते हैं!

सबूत नंबर-04: मुस्लिम पत्रकार का चौंकाने वाला दावा, गजवा-ए-हिन्द के लिए पाकिस्तान में होती है भर्ती!

रिसर्च करने वाली एक संस्था में भारतीय पत्रकार राशिद किदवई का एक लेख छपा है, जिसमें लिखा जाता है कि पाकिस्तान के मदरसों में आतंकी संगठन ये कहते हुए भर्ती करते हैं कि गजवा-ए-हिन्द हदीस का हिस्सा है, जैश-ए-मोहम्मद जैसा पाकिस्तानी संगठन इस ग़ज़वा-ए-हिंद शब्द को हदीस के रूप में पेश करके उसका इस्तेमाल भर्ती, फंडिंग, और भारत के खिलाफ अपने दुस्साहसी हमलों को धार्मिक युद्ध ठहराने के लिए करता है...वो ये झूठा प्रचार करता है कि भारत के खिलाफ जिहाद को इस्लाम में पवित्र माना गया है और इसमें भाग लेने वालों को जन्नत में सीधे प्रवेश मिलेगा...

सबूत नंबर-05: भारत में NIA ने किया था खुलासा, 2047 तक भारत में गज़वा-ए-हिन्द की तैयारी थी!

पाकिस्तान की इस खुली छूट का असर भारत में देखा जाता है, कई संगठन बैन किए जाते हैं, कई बार NIA ने छापेमारी के दौरान चौंकाने वाला खुलासा किया गया! 27 फरवरी 2022 को पटना के फुलवारीशरीफ में 'ग़ज़वा-ए-हिंद' नाम से एक ग्रुप का पता चला था, जिसमें 10 सदस्य थे, आठ बांग्लादेशी, एक पाकिस्तानी, और एक भारतीय मुसलमान भी था जो खुद ग्रुप का एडमिन था! ग्रुप की डीपी पर अविभाजित भारत का नक्शा था. जिसपर पाकिस्तान का झंडा फहराया गया था! 22 जून 2022 को ताहिर ने ग्रुप में लिखा- वो पिछले 5 वर्षों से पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी यानि ISI के लिए काम कर रहा है. और उसका मकसद गज़वा-ए-हिन्द के एजेंडे को बढ़ाना है! यानि पाकिस्तानी सरकार पहले अपनी ज़मीन पर मदरसों में छात्रों की भर्ती करती है, और फिर पौध तैयार हो जाने के बाद उन्हें भारत में गज़वा-ए-हिन्द के मिशन पर लगाया जाता है!

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