नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को ओवल ऑफिस में बैठक की. इस दौरान दोनों में तनावपूर्ण स्थिति बैठक देखने को मिली. बैठक में ट्रंप ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की को कड़ी फटकार लगाई. साथ ही रूस के साथ शांति वार्ता में यूक्रेन की स्थिति पर सवाल उठाया गया. जब एक रिपोर्टर ने रूस द्वारा युद्ध विराम तोड़ने की संभावना के बारे में पूछा, तो ट्रंप ने चिंता को खारिज करते हुए कहा, "क्या होगा अगर बम अभी आपके सिर पर गिर जाए?". "ठीक है, क्या होगा अगर उन्होंने इसे तोड़ दिया? मुझे नहीं पता, उन्होंने बाइडेन के साथ समझौता को तोड़ा है.
राष्ट्रपति ट्रंप आगे कहते हैं... उन्होंने यानी पुतिन ने बाइडेन का सम्मान नहीं किया. उन्होंने ओबामा का सम्मान नहीं किया. लेकिन वे मेरा सम्मान करते हैं. ट्रंप ने दावा किया कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने "बहुत कुछ सहा" लेकिन उनके साथ "सौदे नहीं तोड़े". टकराव तब बढ़ गया जब ट्रंप ने जेलेंस्की पर अमेरिकी सहायता के लिए कृतघ्न होने का आरोप लगाया. ट्रंप ने कहा कि समस्या यह है कि मैंने आपको एक सख्त आदमी होने का अधिकार दिया है, और मुझे नहीं लगता कि आप संयुक्त राज्य अमेरिका के बिना एक सख्त आदमी होंगे.
ट्रंप ने जेलेंस्की से कहा कि आपके लोग बहुत बहादुर हैं. लेकिन आप या तो सौदा करने जा रहे हैं या हम बाहर हैं. और अगर हम बाहर हो गए, तो आप इसका मुकाबला करेंगे. मुझे नहीं लगता कि यह अच्छा होने वाला है, लेकिन आप इसका मुकाबला करेंगे. लेकिन आपके पास अब कोई कार्ड नहीं हैं. बता दें कि जेलेंस्की की वाशिंगटन यात्रा का उद्देश्य यूक्रेन के दुर्लभ खनिजों तक अमेरिका की पहुंच प्रदान करने वाले सौदे को अंतिम रूप देना था.
इस सौदे को लेकर ट्रंप ने कहा था कि यूक्रेन अगर ऐसा कर लेता है तो वहां जंग समाप्त हो जाएगी. हालांकि, बीच में ही तनाव बढ़ गया और बैठक अचानक समाप्त हो गई. ट्रंप ने ज़ेलेंस्की पर "अपमानजनक" होने का आरोप लगाया और उन्हें चेतावनी भी दी. ट्रंप ने कहा कि आप तीसरे विश्व युद्ध के साथ जुआ खेल रहे हैं, और आप जो कर रहे हैं वह देश के लिए बहुत अपमानजनक है, यह देश जिसने आपका बहुत अधिक समर्थन किया है, जितना कि बहुत से लोगों ने कहा है कि उन्हें करना चाहिए था.
बैठक के अंतिम दस मिनट में ट्रंप, उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और जेलेंस्की के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली. जेलेंस्की ने तर्क दिया कि रूस ने बार-बार युद्धविराम समझौतों का उल्लंघन किया है और उस पर भरोसा नहीं किया जा सकता. उन्होंने ने कहा कि पुतिन ने 25 बार अपने ही हस्ताक्षर तोड़े हैं. हालांकि, ट्रंप ने इन चिंताओं को खारिज करते हुए जोर देकर कहा कि पुतिन ने उनके साथ कोई समझौता नहीं तोड़ा है.
वहीं विशेषज्ञ दावा कर रहे हैं कि फिलहाल रूस और यूक्रेन के बीच जंग नहीं रुकने वाला है, क्योंकि इसमें जेलेस्की के साथ-साथ यूरोप के भी अपने हित है. ज्यादातर यूरोपियन देश अभी भी यूक्रेन के पक्ष में है. वह नहीं चाहते हैं कि अमेरिकी अकेले रूस के साथ समझौता करे और उनके सुरक्षा में कोई सेंध लगे. अब यूरोपियन देशों के पास भी विकल्प है कि वह चीन या फिर गल्फ कंट्री के साथ रिश्ते अच्छा करे.