लोकसभा चुनाव के नतीजे आ चुके हैं. देश में एनडीए ने जीत का हैट्रिक लगा दिया है. हालांकि एग्जिट पोल में ही ये बात साफ हो गई थी लेकिन फिर भी नतीजों का इंतज़ार था. लेकिन इस चुनाव में कई ऐसी सीटें थीं जिसपर सभी की निगाहें टिकी हुई थीं. खासकर वो सीटें जिनपर निर्दलीय उम्मीदवारों ने मुकाबले को दिलचल्प बना दिया था. तो चुनावों में क्या रहा निर्दलीय उम्मीदवारों का हाल.कौन जीता कौन हारा देखिए इस रिपोर्ट में.
शुरुआत करते हैं पॉवर स्टार पवन सिंह से. बिहार की काराकाट लोकसभा सीट पर पवन सिंह की बगावत के बाद त्रिकोणीय मुकाबला हो गया था. एक तरफ एनडीए से उपेंद्र कुशवाहा मैदान में थे तो वहीं इंडिया गठबंधन ने राजा राम सिंह को मैदान में उतारा था. लेकिन नतीजों ने सभी को चौंका दिया क्योंकि पवन सिंह और उपेंद्र कुशवाहा दोनों ही हार गए. इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी राजा राम सिंह ने जीत हासिल कर ली है.
इस लिस्ट में दूसरा नाम है रविंद्र सिंह भाटी का. जिन्होंने राजस्थान की बाड़मेर सीट से चुनावी मैदान में उतरकर मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया था. बता दें कि इस सीट पर बीजेपी ने कैबिनेट मंत्री कैलाश चौधरी को उतारा था तो वहीं कांग्रेस ने उम्मेदा राम बेनीवाल पर दांव लगाया था. और कांग्रेस का ये दांव काम कर गया. क्योंकि कांग्रेस प्रत्याशी ने जीती हासिल कर ली. यानी कि यहां भी निर्दलीय प्रत्याशी को हार का मुंह देखना पड़ा.
लिस्ट में आगे बढ़ते हैं. तो अगला नाम है पप्पू यादव का. जो आरजेडी से नाराज़ होकर पूर्णिया लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उतरे थे. राजद ने जदयू की नेता बीमा भारती को अपने खेमे में शामिल करा लिया और उन्हें पूर्णिया लोकसभा का टिकट दिया, जबकि जदयू ने संतोष कुशवाहा पर फिर से भरोसा जताया, लेकिन यहां पर पप्पू यादव खबर लिखे जाने तक 27754 वोटों से आगे थे.
इसी लिस्ट में एक नाम है इंजीनियर राशिद का. जम्मू-कश्मीर से पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती दोनों ने ही अपनी-अपनी सीट गंवा दी है. जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला बारामूला सीट से प्रत्याशी थे. यहां उनके प्रतिद्वंद्वी के तौर पर इंजीनियर राशिद बतौर उम्मीदवार खड़े थे. बता दें कि इंजीनियर राशिद जेल में हैं और उन्होंने जेल से ही निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर अपना चुनाव लड़ा है. और जीत हासिल की.
इसी तरह पंजाब की खडूर साहिब लोकसभा सीट से निर्दलीय अमृतपाल सिंह ने जीत हासिल की है. अमृतपाल सिंह ने कांग्रेस के कुलबीर सिंह जीरा, आप के लालजीत सिंह भुल्लर और बीजेपी के मनजीत सिंह मन्ना को पछाड़ दिया. यानी इस सीट पर भी एक निर्दलीय उम्मीदवार ने खेल बिगाड़ दिया और जीत हासिल की.