उत्तर प्रदेश के नोएडा में ठगी का एक बड़ा मामला सामने आया है, वह भी फिल्म ‘स्पेशल 26’ की तरह. दरअसल, फर्जी IAS बनकर घूम रहे एक युवक को फेज़-1 पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी अपने साथ 2 गनर और ड्राइवर लेकर भी घूमता था और खुद को गृह मंत्रालय में ज्वाइंट डायरेक्टर बता रहा था. दोनों गनर और ड्राइवर को भी पुलिस ने मौके से गिरफ्तार कर लिया है. फर्जी आईएएस की पहचान कृष्ण प्रताप सिंह के रूप में हुई है, जो खुद को IAS बता कर जालसाजी करता था. मौके से दो पिस्टल, एक गाड़ी और चार मोबाइल बरामद किए गए.
पुलिस सभी आरोपियों से पूछताछ कर रही है. जानकारी मिली है कि नोएडा फेज-1 पुलिस को मुखबिर के द्वारा सूचना मिली थी कि एक आरोपी फर्जी आईएएस अधिकारी बनकर घूम रहा है, जो ठगी को अंजाम दे सकता है. सूचना पाकर पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए रणनीति तैयार की और फर्जी आईएएस को हरौला चौकी के पास गिरफ्तार कर लिया गया.
सभी आरोपियों की पहचान कृष्ण प्रताप सिंह, प्रवीण, सतेंद्र और सचिन पाठक के रूप में की गई है. पूछताछ में जानकारी मिली है कि दोनों गनर बिना लाइसेंस के हथियार लेकर घूम रहे थे और गाड़ी पर भारत सरकार लिखा हुआ था. पुलिस ने बताया कि आरोपी अपने पद का रौब दिखाकर आम लोगों के साथ ठगी करता था. मीडिया रिपोर्ट्स से जानकारी मिली है कि पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है.
बताया जा रहा है कि इनके निशाने पर शहर के बड़े कारोबारी और पैसे वाले व्यक्ति रहते थे, जहां से पैसे निकालना इनके लिए आसान हो जाता था. गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है. पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर पता लगाने में जुटी है कि इन्होंने अभी तक कितने लोगों को अपना शिकार बनाया है.