नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री व सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के प्रमुख ओमप्रकाश राजभर की सेहत सोमवार को अचानक फिर से खराब हो गई. वे वर्तमान में लखनऊ स्थित मेदांता मेडिकल सेंटर में उपचाराधीन हैं. उनके पुत्र अरविंद राजभर ने बताया कि वाराणसी में एक सार्वजनिक सभा के आयोजन की तैयारियां चल रही थीं. इसी बीच, आजमगढ़ में मौजूद राजभर से टेलीफोन पर संपर्क हुआ, तो उनकी आवाज से ही अंदाजा हो गया कि वे स्वस्थ नहीं हैं.
थोड़ी ही देर बाद स्टाफ ने सूचना दी कि वे अचानक बेहोश हो गए और चक्करों के कारण खड़े भी नहीं हो पा रहे थे. अरविंद के अनुसार, अस्पताल पहुंचने के बाद उनकी स्थिति में उल्लेखनीय सुधार हुआ है. प्रारंभ में वे न बोल पा रहे थे और न ही किसी को पहचान पा रहे थे. इस घटना की खबर फैलते ही राजनीतिक हलकों में खलबली मच गई. अरविंद ने यही जानकारी दी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने व्यक्तिगत रूप से फोन करके उनकी कुशल-क्षेम पूछी.
इसी क्रम में, सुभासपा के कई पदाधिकारी व समर्थक मेदांता पहुंचकर उनका हालचाल जान रहे हैं. डॉक्टरों की विशेष टीम उनकी निगरानी में लगी हुई है. रविवार को ही राजभर को रक्तचाप व हृदय संबंधी असुविधा महसूस हुई थी, जिससे उनके आवास पर हड़कंप मच गया. खबर पाते ही उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक फौरन वहां पहुंचे और उन्हें राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) संस्थान में एडमिट कराया.
राजभर की हालत बिगड़ने पर उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने उन्हें अपनी जिम्मेदारी में आरएमएल अस्पताल ले जाकर भर्ती कराया. वहां चिकित्सकों ने तत्काल परीक्षण आरंभ किया. प्राथमिक जांच में पता चला कि उन्हें उच्च रक्तचाप तथा हृदय की समस्या थी. अब उन्हें विशेषज्ञ चिकित्सकों की देखरेख में रखा गया है, और उनकी हालत नियंत्रित बताई जा रही है. मंत्री के स्वास्थ्य को लेकर अस्पताल प्रबंधन व स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है. सुरक्षा इंतजामों को भी मजबूत किया गया है.