PM नरेंद्र मोदी ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए तीन वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई. इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि वंदे भारत ट्रेनों का विस्तार आधुनिकता और गति के साथ विकसित भारत के लक्ष्य की ओर हमारे देश की प्रगति को दर्शाता है. जिन तीन रूटों पर प्रधानमंत्री ने ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई, वे हैं मेरठ-लखनऊ, मदुरै-बेंगलुरु और चेन्नई-नागरकोइल है.
इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज उत्तर से दक्षिण तक देश की विकास यात्रा में एक और अध्याय जुड़ रहा है. इन ट्रेनों ने देश के महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों को कनेक्टिविटी प्रदान की है. मंदिरों का शहर मदुरै अब वंदे भारत के माध्यम से आईटी सिटी बेंगलुरु से सीधे जुड़ गया है. यह ट्रेन तीर्थयात्रियों के लिए भी फायदेमंद साबित होगी.
पीएम मोदी ने कहा कि चेन्नई-नागरकोइल मार्ग पर छात्रों, किसानों और आईटी पेशेवरों को बहुत लाभ होगा. जहां भी वंदे भारत की सुविधा पहुंची है, वहां पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हुई है, जिसका मतलब है कि व्यापारियों और दुकानदारों की आय में वृद्धि हुई है. हमारे क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर भी पैदा हो रहे हैं. पीएम मोदी ने जोर देकर कहा कि विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए दक्षिणी राज्यों का तेजी से विकास जरूरी है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि दक्षिण भारत में अपार प्रतिभा और अपार संसाधन हैं. इसलिए तमिलनाडु, कर्नाटक और पूरे दक्षिण का विकास हमारी सरकार की प्राथमिकता है. पिछले 10 वर्षों में इन राज्यों में रेलवे विकास यात्रा इसका प्रमाण है. इस वर्ष के बजट में, हमने तमिलनाडु के रेल बजट के लिए 6,000 करोड़ रुपये से अधिक का आवंटन किया है. यह बजट 2014 के मुकाबले सात गुना से भी अधिक है.
तमिलनाडु में पहले से ही छह वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं और आज यह संख्या आठ तक पहुंच जाएगी. उन्होंने यह भी बताया कि कर्नाटक के लिए इस बार 7,000 करोड़ रुपए से अधिक का बजट आवंटित किया गया है. पीएम मोदी ने कहा कि यह बजट भी 2014 के मुकाबले नौ गुना से भी अधिक है. आज, आठ जोड़ी वंदे भारत ट्रेनें पूरे कर्नाटक को जोड़ रही हैं. हमने दक्षिण में रेल परिवहन को मजबूत किया है.
इन राज्यों में रेलवे ट्रैक में सुधार किया जा रहा है और विद्युतीकरण किया जा रहा है, जिससे लोगों का जीवन आसान हुआ है. मेरठ सिटी-लखनऊ वंदे भारत ट्रेन यात्रियों को दोनों शहरों के बीच मौजूदा सबसे तेज़ ट्रेन की तुलना में लगभग एक घंटे की बचत करने में मदद करेगी. इसी तरह, चेन्नई एग्मोर-नागरकोइल वंदे भारत और मदुरै-बेंगलुरु वंदे भारत ट्रेनें क्रमशः 2 घंटे और लगभग 1 घंटे 30 मिनट की बचत करते हुए यात्रा पूरी करेंगी.