नई दिल्ली: किडनी डोनेट करने की इच्छा जताने वाले मुस्लिम युवक को लेकर संत प्रेमानंद महाराज ने बड़ी घोषणा की है. हालांकि, उन्होंने किडनी लेने से इनकार कर दिया है, लेकिन उन्हें वृंदावन बुलाया और व्यक्तिगत रूप से सम्मानित करने की बात कही. यह जानकारी खुद मुस्लिम युवक ने दी है. उन्होंने बताया कि शनिवार को प्रेमानंद महाराज के सहायक प्रतीक अहमद का फोन आया था. उन्होंने बताया कि उनकी इच्छा को प्रेमानंद महाराज के सामने जाहिर की गई.
हालांकि वे किसी से भी किडनी नहीं ले सकते हैं. प्रतीक ने बताया कि प्रेमानंद महाराज उनसे मिलना चाहते हैं, वे उन्हें वृंदावन बुलाएंगे और सम्मानित करेंगे. बता दें कि मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम जिले के इटारसी में रहने वाले आरिफ खान चिश्ती नाम के युवक ने संत प्रेमानंद को किड़नी दान करने की इच्छा जताई थी. अपनी इस इच्छा को व्यक्त करने के लिए नर्मदापुरम के जिला कलेक्टर को एक पत्र लिखा था.
पत्र में उसने कहा कि प्रेमानंद महाराज ने हमेशा समाज में प्रेम, एकता और भाईचारे का संदेश फैलाया है और उनकी सेवा करना उसके लिए गर्व की बात है. जानकारी के अनुसार, प्रेमानंद महाराज लंबे समय से स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं और डॉक्टरों ने उन्हें किडनी ट्रांसप्लांट की सलाह दी है. इस खबर के फैलते ही कई भक्तों ने मदद की पेशकश की, लेकिन आरिफ खान की इस पहल ने सामाजिक सौहार्द की एक नई मिसाल कायम की है.
स्थानीय लोग इस कदम को इंसानियत का प्रतीक मान रहे हैं, जो धर्म और समुदाय की दीवारों को तोड़ता है. आरिफ ने बताया कि उन्हें सोशल मीडिया के माध्यम से महाराज की बीमारी के बारे में पता चला और उन्होंने तुरंत यह फैसला लिया कि वह अपनी किडनी दान करके उनकी मदद करेंगे.