जानें कौन थे रामोजी राव, जिनके निधन पर उठने लगी भारत रत्न की मांग

Global Bharat 08 Jun 2024 3 Mins 435 Views
जानें कौन थे रामोजी राव, जिनके निधन पर उठने लगी भारत रत्न की मांग

रामोजी ग्रुप के चेयरमैन रामोजी राव का आज हैदराबाद के एक अस्पताल में 87 साल के उम्र में निधन हो गया है. पारिवारिक सूत्रों से जानकारी मिली है कि उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी, जिसके बाद 5 जून को उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जानकारी मिली है कि आज सुबह करीब 5 बजे उनका निधन हुआ है, जिसके बाद फिल्म व मीडिया इंडस्ट्री में शोक की लहर है.

बता दें कि रामोजी राव तेलुगु डेली इनाडु, ईटीवी चैनल ग्रुप और रामोजी फिल्म सिटी के संस्थापक थे. उनके पार्थिव शरीर को रामोजी फिल्म सिटी स्थित उनके आवास पर ले जाया गया है. मशहूर फिल्म निर्देशक राजामौली, संगीतकार एमएम कीरावणी और अन्य लोगों ने उन्हें सम्मान दिया है. साथ ही जूनियर एनटीआर, चिरंजीवी, मनोज मांचू, सुधीर बाबू जैसे कई साउथ सितारों और अन्य ने वीडियो जारी कर अपनी संवेदना व्यक्त की है.

वहीं अब उनके निधन पर उन्हें भारत रत्न देने की मांग की गई है. मशहूर फिल्म निर्देशक राजामौली ने कहा है कि एक इंसान ने 50 साल तक बिना हिम्मत हारे, मेहनत और इनोवेशन के साथ लाखों लोगों को रोजगार और उम्मीद दी. उन्होंने कहा है कि रामोजी राव को श्रद्धांजलि देने का सबसे अच्छा तरीका ये है कि उन्हें 'भारत रत्न' से सम्मानित किया जाए.

पीएम मोदी ने एक्स पर दी श्रद्धांजलि  

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी श्रद्धांजलि देते हुए कहा है कि ‘श्री रामोजी राव गारू का निधन अत्यंत दुखद है. वे एक दूरदर्शी व्यक्ति थे जिन्होंने भारतीय मीडिया में क्रांति ला दी. उनके समृद्ध योगदान ने पत्रकारिता और फिल्म जगत पर अमिट छाप छोड़ी है. अपने उल्लेखनीय प्रयासों के माध्यम से उन्होंने मीडिया और मनोरंजन जगत में नवाचार और उत्कृष्टता के नए मानक स्थापित किए.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ये भी कहा...

पीएम मोदी ने कहा है कि रामोजी राव गारू भारत के विकास के प्रति बेहद भावुक थे. मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे उनसे बातचीत करने और उनके ज्ञान से लाभ उठाने के कई अवसर मिले. इस कठिन समय में उनके परिवार, दोस्तों और अनगिनत प्रशंसकों के प्रति संवेदना. ओम शांति.

16 नवंबर 1936 को आंध्रा में हुआ था जन्म

बता दें कि रामोजी राव का जन्म आंध्र प्रदेश में 16 नवंबर 1936 को हुआ था. उन्होंने 10 अगस्त 1974 को विशाखापत्तनम से तेलुगु डेली ईनाडु की शुरुआत की, जो बेहद कम समय में एक प्रमुख अखबार बन गया. बता दें कि रामोजी राव ने 2016 में पद्म विभूषण के साथ-साथ अपनी फिल्मों के लिए कई पुरस्कार जीते हैं. उन्होंने 2000 में तेलुगु (निर्माता) में सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता - नुव्वे कवाली. उन्होंने चार फिल्मफेयर पुरस्कार और पांच नंदी पुरस्कार भी जीते हैं. 2021 तक, उनकी कुल संपत्ति $4.5 बिलियन (37,583 करोड़ रुपये) दर्ज की गई थी.

राजकीय सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार

राज्य सरकार ने रामोजी राव के निधन पर उन्हें राजकीय सम्मान देने की बात कही है. तेलंगाना सरकार राजकीय सम्मान के साथ रामोजी राव का अंतिम संस्कार करने का फैसेला किया है. तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने रामोजी राव के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ कराने का फैसला किया है और राज्य के अधिकारियों को राजकीय सम्मान के साथ उनके अंतिम संस्कार की व्यवस्था कराने के लिए निर्देश दिया है.

टीडीबी अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू ने भी जताया दुख

इसी के साथ तेलुगु देशम पार्टी (TDP) के अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू ने भी रामोजी राव के निधन पर दुख व्यक्त किया है. चंद्रबाबू नायडू ने कहा है कि साधारण परिवार में जन्में रामोजी राव ने असाधारण उपलब्धियां हासिल की है. उन्होंने कहा है कि रामोजी का निधन होना न केवल तेलुगु लोगों के लिए बल्कि पूरे देश के लिए क्षति है. टीडीपी प्रमुख ने कहा कि उन्होंने (रामोजी राव) सच्चाई और अटूट मूल्यों के साथ मीडिया क्षेत्र में अपने लिए एक अलग जगह बनाई है.

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