नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले में एक मासूम छह साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म और हत्या के सनसनीखेज मामले ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया. लेकिन कोर्ट पेशी के रास्ते में दोनों ने पुलिस हिरासत से फरार होने की चाल चली और रेवसा के पास रेलवे क्रॉसिंग पर गोलीबारी शुरू कर दी. पुलिस टीम ने जवाबी फायरिंग की, जिसमें दोनों आरोपियों के पैरों में गोली लग गई.
इस गोलीबाजी में एक आरक्षक रोशन यादव भी जख्मी हो गया. एसपी आदित्य लांग्हे के मुताबिक, तीनों घायलों को नियामताबाद के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से साफ हो चुका है कि बच्ची के साथ बलात्कार के बाद गला दबाकर उसकी हत्या की गई थी.
घटना की रात बच्ची घर के बाहर खेल रही थी, जब वह अचानक गायब हो गई. परिजनों ने तलाश शुरू की तो कुछ दूर पर उसके कपड़े बिखरे मिले, साथ ही बिस्कुट-टॉफी के खाली पैकेट भी पड़े थे. थोड़ी ही दूरी पर भूसे के ढेर में बच्ची का शव दबा हुआ था. आक्रोशित ग्रामीणों के बीच मामला गरमाया तो एसपी ने विशेष टीम बनाकर तुरंत जांच के आदेश दिए.
विपक्षी दलों के हमलों के बीच पुलिस ने 72 घंटों में आरोपी पकड़ लिए. अब आगे की पूछताछ में और खुलासे की उम्मीद है, जबकि पूरे जिले में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस आरोपियों को कोर्ट ले जा रही थी, तभी उन्होंने भागने की कोशिश. इस दौरान आरोपियों ने पुलिस पर फायरिंग भी की, लेकिन जवाबी में कार्रवाई में उनके पैर में गोली लग गई.