26 दिसंबर को मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर बॉक्सिंग डे टेस्ट शुरू हुआ, जो कि बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 का चौथा टेस्ट मैच है. यह मैच भारतीय और ऑस्ट्रेलियाई टीम के बीच पांच मैचों की श्रृंखला का हिस्सा है और इसे खास माना जा रहा है. इस टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया के युवा खिलाड़ी सैम कॉनस्टास को टीम में जगह मिली है और वह अपना डेब्यू मैच खेल रहे हैं.
19 साल के लड़के ने तोड़ा बुमराह का गुरुर
सैम कॉनस्टास ने अपनी डेब्यू पारी में शानदार बल्लेबाजी करते हुए भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को कड़ी चुनौती दी. उन्होंने बुमराह की गेंदों पर लगातार चौके और छक्के लगाए, जिससे बुमराह की गेंदबाजी पर दबाव बढ़ा. खास बात यह है कि बुमराह ने टेस्ट क्रिकेट में 1,112 दिन बाद और 4,483 गेंदों के बाद एक छक्का खाया. इससे पहले 2021 में, ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज कैमरन ग्रीन ने बुमराह के खिलाफ एक छक्का मारा था.
सैम कॉनस्टास ने मेलबर्न टेस्ट में बुमराह के खिलाफ शानदार रिवर्स रैंप शॉट के जरिए दो चौके और एक छक्का मारा. 23वीं गेंद पर उन्होंने बुमराह के खिलाफ एक अद्भुत शॉट खेला, जिससे मैदान में हलचल मच गई. पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग, जो कमेंट्री कर रहे थे, ने मजाक में कहा, "शायद कॉनस्टास ने तय कर लिया है कि बुमराह के खिलाफ रिवर्स शॉट ही खेलने हैं."
सैम कॉनस्टास ने भारतीय गेंदबाजों को चुनौती देने में कोई कसर नहीं छोड़ी. बुमराह की गेंदों पर कॉनस्टास कई बार गेंद को एज करने में सफल रहे, लेकिन उन्होंने साहसिक तरीके से खेलते हुए सातवें ओवर में लगातार दो चौके मारे. उनकी आक्रामक बल्लेबाजी ने रोहित शर्मा को रविंद्र जडेजा को गेंदबाजी देने के लिए मजबूर कर दिया. जडेजा ने दूसरे ओवर की दूसरी गेंद पर कॉनस्टास को स्पिन से आउट किया, जिससे उनका पदार्पण 60 रन पर समाप्त हुआ.
सैम कॉनस्टास ने अपनी पहली पारी में 60 रन बनाए, जो उन्होंने 65 गेंदों में, 92.20 की स्ट्राइक रेट से बनाए. इसमें छह चौके और दो छक्के शामिल थे. उनकी आक्रामक पारी ने यह साबित कर दिया कि वह भविष्य में एक बड़ा नाम बन सकते हैं.