गुरुग्राम: गुरुग्राम में एक 16 वर्षीय किशोर को अपने सात साल के पड़ोसी बच्चे की कथित हत्या के लिए हिरासत में लिया गया है. आरोपी ने कैंची से बच्चे पर करीब 20 बार वार किया और फिर शव को केएमपी एक्सप्रेसवे के पास झाड़ियों के पीछे छिपा दिया. पुलिस के अनुसार, यह हत्या दो महीने पहले की एक घटना का परिणाम थी, जब पीड़ित बच्चे ने आरोपी को अपने पिता का चोरी हुआ फोन लिए हुए देखा था.
इस मामले ने तब तूल पकड़ा जब बच्चे के पिता ने किशोर के परिवार से इस बारे में बात की, जिसके बाद किशोर को अपने पिता से सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी पड़ी और उसे सबके सामने पिटाई भी झेलनी पड़ी. पुलिस का कहना है कि इस घटना ने किशोर के मन में बदले की आग भड़का दी थी. हालांकि दोनों बच्चे इसके बाद भी साथ खेलते रहे, लेकिन कथित तौर पर किशोर बदला लेने की योजना बना रहा था.
शनिवार को मौका मिला, जब पीड़ित बच्चा होमवर्क पूरा करने के बाद खेलने के लिए घर से निकला. किशोर ने उसे आवासीय क्षेत्र से दूर लालच देकर ले गया और एक्सप्रेसवे के पास उस पर क्रूर हमला किया, बार-बार उसकी छाती और पेट में कैंची से वार किया. पीड़ित के पिता ने कहा कि मैंने अपने बेटे को उसके साथ खेलने से मना किया था, लेकिन वह तो बच्चा था. मुझे कभी नहीं लगा कि ऐसी घटना हो सकती है.
पीड़ित की मां को चिंता हुई जब वह अपने सामान्य समय 8-8:30 बजे तक घर नहीं लौटा. कई घंटों की खोजबीन के बाद, उन्होंने शनिवार देर रात गुमशुदगी की शिकायत दर्ज की. अगली सुबह कालवाड़ी गांव के पास ग्रीन बेल्ट क्षेत्र में बच्चे का शव मिला. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि फोन वापस करने के बाद किशोर और उसके पिता को पीड़ित के परिवार से माफी मांगनी पड़ी. गुस्से में किशोर ने बच्चे को घर से दूर ले जाकर कैंची से 18-20 बार गोदा, जिससे उसकी मौत हो गई.
पुलिस ने पीड़ित के दोस्तों से पूछताछ की और जल्द ही आरोपी पर ध्यान केंद्रित किया, जिसने पूछताछ के दौरान अपराध कबूल कर लिया. आरोपी को सोमवार को किशोर न्यायालय में पेश किया गया. बच्चे के पिता ने कहा कि उन्हें कभी नहीं लगा कि इतनी छोटी सी घटना इतनी भयानक हत्या में बदल जाएगी. उन्होंने बताया कि दो महीने पहले मेरे बेटे ने मुझे बताया था कि उसने उसे मेरे चोरी हुए मोबाइल फोन के साथ देखा. मैंने कहा कि शायद वह दूसरा फोन हो, लेकिन वह बार-बार कहता रहा कि वही फोन है.
सच्चाई तब सामने आई जब अन्य बच्चे, जो उसी फोन के साथ खेल रहे थे, ने बताया कि उन्हें वह फोन आरोपी से मिला था. पिता ने कहा कि मैंने उसके माता-पिता को अपने घर बुलाया और पूरी घटना बताई. पिता-पुत्र दोनों ने माफी मांगी. गुस्से में उसके पिता ने उसे पीटना शुरू किया, लेकिन मैंने उन्हें रोका.