कोलकाता केस में कौन सी वाली वीडियो की बात पर भड़के CJI, ममता के वकील की लगी भयंकर क्लास!

Global Bharat 09 Sep 2024 05:03: PM 2 Mins
कोलकाता केस में कौन सी वाली वीडियो की बात पर भड़के CJI, ममता के वकील की लगी भयंकर क्लास!

कोलकाता केस में सीबीआई को कैसे घुमाया जा रहा है, सबूतों को कैसे अधिकारियों से दूर रखा जा रहा है, इसका खुलासा सुप्रीम कोर्ट में तब हुआ, जब आरजीकर मेडिकल कॉलेज केस पर सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ की बेंच ने सुनवाई की. सुनवाई के दौरान कोलकाता पुलिस की ओर से पेश वकील कपिल सिब्बल से सीजेआई ने कुछ ऐसा पूछ लिया कि उनसे जवाब देते नहीं बना. आप भी जानिए, सुनवाई के दौरान क्या-क्या हुआ.

सीजेआई चंद्रचूड़: आरजी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के प्रिंसिपल के घर के बीच कितनी दूरी है?

सॉलिसटर जनरल तुषार मेहता: 15 से 20 मिनट

सीजेआई चंद्रचूड़: घटनास्थल की जांच और सबूत कब जुटाए गए?

सिब्बल: रात 8:30 बजे से 10:45 बजे तक. बॉडी को पोस्टमॉर्टम के लिए ले जाने के बाद की बात है

एसजी तुषार मेहता: लेकिन यह किसके द्वारा की गई? यह भी ध्यान रखने वाली बात है

सीजेआई चंद्रचूड़: देखिए सीसीटीवी फुटेज से साफ पता चलता है कि आरोपी किस समय सेमिनार रूम में गया और कब बाहर आया. उसके बाद 4:30 बजे के बाद की फुटेज होगी. क्या वह फुटेज CBI को दी गई.

SG: हां, हमें सारी रिकॉर्डिंग मिली है. हमें सीन रिक्रिएट करना था.

CJI: क्या कोलकाता पुलिस ने सुबह 8:30 बजे से रात 10:45 बजे तक की पूरी फुटेज सौंप दी है?

सिब्बल: हां

CJI: लेकिन सीबीआई तो कह रही है कि केवल 27 मिनट की वीडियो शेयर की गई है

कपिल सिब्बल: 8:30 से 10:45 तक जो सबूत जुटाए गए. उसके वीडियो के कुछ हिस्से दिए गए हैं. कुछ तकनीकी गड़बड़ आई थी. हार्ड डिस्क भरी हुई थी जो पूरी दी जा चुकी है.

एसजी तुषार मेहता: हमारे पास फोरेंसिक जांच रिपोर्ट है. ट्रेनी डॉक्टर की बॉडी जब मिली थी तो वह अर्ध/नग्न थी. उसके शरीर पर जींस और अंडरगारमेंट्स नहीं थे. शरीर पर चोट के निशान थे. उसके सैंपल लिए गए. सरकार ने बंगाल में CFSL में जांच कराई. जबकि CBI ने सैंपल को AIIMS और बाहर की फोरेंसिक लैब में भेजने का फैसला लिया है.

जस्टिस पारदीवाला: पोस्टमार्टम रिपोर्ट में तीसरे कॉलम में फॉर्म ले जाने वाले कांस्टेबल का नाम है. चालान का कहीं जिक्र नहीं है. अगर यह दस्तावेज गायब है तो कुछ गड़बड़ है.

एसजी तुषार मेहता: एक रहस्य यह भी है कि दोपहर 2:30 बजे से रात 11:30 बजे के बीच जनरल डायरी में केवल 10 एंट्री है. क्या यह खुद लिखी गई हैं.

सीजेआई चंद्रचूड़: सीबीआई 16 सितंबर को नई स्टेट्स रिपोर्ट जमा करे, हम 17 सितंबर को फिर सुनवाई करेंगे.

अब सीबीआई 17 सितंबर तक क्या जांच करती है, ये वो जानें, पर सवाल इस बात का उठ रहा है कि जब सीबीआई पूरे मामले की जांच कर रही है, तो फिर बंगाल सरकार सीलबंद लिफाफे में सुप्रीम कोर्ट को कौन सा रहस्य बता रही है. कपिल सिब्बल कहते हैं हमने सीबीआई को अभी ये नहीं दिया है, यहां तक कि पूरा वीडियो भी सीबीआई को नहीं मिला है, तो फिर लुका-छिपा का खेल कोलकाता पुलिस और सीबीआई क्यों खेल रही है. इधर जनता इंसाफ मांग रही है, डॉक्टर बिटिया के मां-बाप इंसाफ मांग रहे हैं. उधर कुछ लोग सोशल मीडिया पर तस्वीरें वायरल कर रहे हैं, जिस पर सीजेआई ने सख्ती से रोक लगाने का आदेश जारी किया है.

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