नई दिल्ली: गोमती जिले के मिर्जा इलाके से एक दिल दहला देने वाली खबर आई है, जहां एक महिला का अधजला शव सड़क किनारे पाया गया. मृतक के पति ने बीजेपी के स्थानीय विधायक जितेंद्र मजूमदार के करीबी लोगों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि विधायक के भतीजे समेत तीन व्यक्तियों ने उनकी पत्नी को पीटा जिससे वह इतनी आहत हुई कि आत्महत्या को मजबूर हो गई.
पुलिस ने शुरुआत में इसे संदिग्ध मौत का केस माना, लेकिन बाद में उकसावे से आत्महत्या का मामला दर्ज कर लिया. उदईपुर की एसडीपीओ देबांजली रे ने बताया कि शव सुबह मिला था. जांच जारी है और बीएनएस की अतिरिक्त धाराएं जोड़ी जा सकती हैं. इस बीच, लापरवाही के चलते काकराबन थाने के एएसआई संजय सरकार को निलंबित कर दिया गया.
मृतका के पति ने आरोप लगाया कि शुक्रवार रात को विधायक के भतीजे मन्ना मजूमदार और उसके दो साथियों ने उन दंपति पर हमला बोला. पिटाई के बाद वे शिकायत दर्ज कराने थाने पहुंचे, मगर वहां एफआईआर से इनकार कर दिया गया. निराश होकर घर लौटे और अलग-अलग सो गए. अगली सुबह उनकी पत्नी का अधजला शव पास की सड़क पर पड़ा मिला. पति का दावा है कि इन तीनों की करतूतों के चलते ही उनकी पत्नी की जान गई.
इस मामले में अब तक चार संदिग्धों को हिरासत में ले लिया गया है. मुख्यमंत्री माणिक साहा ने शनिवार रात फेसबुक पोस्ट के जरिए कहा कि मिर्जा कांड की गहन जांच के निर्देश जारी कर दिए गए हैं. उन्होंने जोर देकर कहा कि इस जघन्य वारदात में लिप्त हर शख्स को कानूनी सजा का सामना करना पड़ेगा. वित्त मंत्री प्रणजीत सिंह रॉय ने शाम को मृतका के घर जाकर परिजनों से मुलाकात की और निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाया.
उन्होंने इसे दर्दनाक हादसा बताते हुए कहा कि पुलिस बिना किसी दबाव के काम करेगी और अपराधियों को सख्त सजा मिलेगी, भले ही वे किसी भी खेमे के हों. स्थानीय निवासियों के मुताबिक, मृतक दंपति इलाके में बीजेपी के सक्रिय सदस्य के रूप में पहचाने जाते थे. खुद विधायक जितेंद्र मजूमदार से इस बाबत कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली. विपक्ष ने इस मौके को हाथों-हाथ लिया. कांग्रेस ने पुलिस पर आरोपी बचाने का इल्जाम लगाया.
जिला कांग्रेस प्रमुख टाइटन पॉल ने कहा कि न सिर्फ शिकायत दर्ज नहीं की गई, बल्कि थाने से लौटते वक्त आरोपी दंपति का पीछा भी करते रहे. इससे साफ जाहिर होता है कि पुलिस पक्षपातपूर्ण रवैया अपना रही है. बाद में, कांग्रेस विधायक सुदीप रॉय बर्मन और विराजित सिन्हा की अगुवाई में पार्टी का एक दल मृतका के घर पहुंचा. बर्मन ने बताया कि उन्होंने जिला पुलिस अधिकारियों से बात की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 22 सितंबर को प्रस्तावित त्रिपुरा यात्रा से पहले सभी आरोपी गिरफ्तार करने की मांग रखी.
उन्होंने चेतावनी दी कि ऐसा न होने पर वे खुद पीएम को इसकी शिकायत करेंगे. दूसरी ओर, माकपा कार्यकर्ताओं ने अगरतला व उदईपुर में राज्य पुलिस मुख्यालय के बाहर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया. उनका आरोप है कि महिला को जिंदा जलाया गया, जो एक सुनियोजित साजिश का नतीजा है. यह घटना राज्य में कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रही है, और राजनीतिक दलों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है.