पटना: बिहार की 75 लाख महिलाओं के खाते में आज 10-10 हजार रुपए पीएम मोदी ने ट्रांसफर किए. ये कुल रकम होती है 7500 करोड़ रुपए, और जिन महिलाओं को मिले उनकी उम्र है 18 साल से 60 साल के बीच. तो क्या चुनाव को देखते हुए केन्द्र सरकार पैसे बांट रही है, पटना से प्रियंका गांधी तो यही आरोप लगाती हैं कि 10 हजार में महिलाओं को खरीदने की कोशिश की जा रही है, तेजस्वी यादव कहते हैं नीतीश हमारा नकल कर रहे हैं.
इसी योजना का मोदी ने दिल्ली से ऑनलाइन शुभारंभ किया, और कहा कि पहले के प्रधानमंत्री कहते थे 1 रुपए में से 15 पैसा ही लोगों तक पहुंच पाता है, 85 पैसे पर कोई पंजा मार लेता था, लेकिन अब ऐसा नहीं है, जो जनधन खाते आपने खुलवाए, उसी में हमने ये पैसे भेजे हैं, और इसमें से एक रुपया कोई नहीं निकला सकता. नरेन्द्र और नीतीश आपके दो भाई हैं.
पीएम मोदी महिलाओं से बातचीत कर उनका अनुभव भी सुनते हैं, और बकायदा गयाजी की नूर खान को कहते हैं आप कुछ महिलाओं को क्लास दीजिए. योजनाओं के बारे में बताइए. क्योंकि आप अच्छा बोलती हैं. मोदी का महिलाओं से यूं बात करना, लोगों से जुड़ना ही सबसे बड़ी ताकत है, जिसका तोड़ विपक्ष अब तक नहीं निकाल पाया है. जैसे नीतीश कुमार ने बिहार की बेटियों के लिए पहले साइकिल योजना, फिर जीविका योजना और स्वंयसहायता समूह खुलवाए, ठीक वैसे ही अब मुख्यमंत्री रोजगार योजना के जरिए महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की प्लानिंग है.
पर इस योजना ने तेजस्वी से लेकर कन्हैया कुमार और राहुल से लेकर प्रियंका गांधी तक की नींद उड़ा दी है, क्योंकि इससे पहले मध्य प्रदेश में लाडली बहना योजना ने पूरी तस्वीर बदलकर रख दी थी. महाराष्ट्र में भी इस योजना ने बीजेपी को बंपर जीत दिलाई और बिहार में भी ये योजना चमत्कारी सिद्ध हो सकती है, शायद इसीलिए विपक्षी नेता इसे महिलाओं के अपमान और पैसे से जोड़ रहे हैं. पर ऐसा करने वाली चाहे कांग्रेस हो या फिर आरजेडी वो ये भूल रही है कि उनके पुराने नेता आज तक M फॉर मुस्लिम समीकरण में ही अटके रहे, और मोदी-नीतीश ने मिलकर M फॉर महिला वाली सियासत साध ली.
बीते 3 महीने में नीतीश कुमार ने महिलाओं से जुड़े 3 बड़े फैसले लिए
इसके अलावा फिलहाल बिहार में महिलाओं से जुड़ी कई तरह की योजनाएं चल रही हैं, जिनमें तलाकशुदा महिलाओं को 25 हजार रुपए एकमुश्त मदद देना.
लड़की के जन्म होने पर 5 हजार, 12वीं करने पर 10 हजार, ग्रेजुएशन पर 50 हजार मिलते हैं. गरीब परिवार की बेटियों की शादी के लिए 50 हजार की एकमुश्त मदद जैसे योजना चल रहे हैं.
ये वो काम हैं, जिसके जरिए नीतीश ने सीधा महिला वर्ग को साधने की कोशिश की है, और मोदी अब गुजरात मॉडल के जरिए सीधा लोगों से संपर्क कर अपना मैसेज पहुंचा रहे हैं. ऐसे में 10 हजार रुपए वाली योजना का लाभ अगर आपको भी लेना है तो अपना आधार कार्ड, पैन कार्ड और बैंक पासबुक लेकर नजदीकी जीविका समूह से संपर्क करें.