पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला वाली घटना हो या एनसीपी अजीत गुट के नेता बाबा सिद्दीकी वाली वारदात, हर घटना से पहले लॉरेंस बिश्नोई 9 दिन का उपवास क्यों रखता है, वो जिस जेल में बंद है, वहां उसे उपवास का खाना कौन देता है. सूत्र बताते हैं लॉरेंस बिश्नोई गुजरात की साबरमती जेल के अंडा सेल में बंद है, जहां कई खूंखार कैदियों को रखा गया है.
साबरमती के इस खास सेल में बंद है लॉरेंस बिश्नोई
जिसके बाद सवाल उठता है कि क्या ये जेल मैन्युल के हिसाब से सही है, ये पहली बार नहीं है जब कोई माफिया इस तरह से बड़ी घटना से पहले उपवास रखता हो, बल्कि ऐसी कई कहानियां इतिहास में मिलती हैं कि बड़े-बड़े डाकू बड़ी घटना से पहले मां भवानी की पूजा करते थे, चूंकि घटना दशहरे के दिन हुई है, तो रावण के पूजा-पाठ को कैसे भूल सकते हैं, रावण भी अपनी बड़ी लड़ाई से पहले बड़े-बड़े यज्ञ करता था, श्रीमद्धभागवद्गीता में कहा गया है मन की शुद्धि के लिए मौन व्रत जरूरी है, पर लॉरेंस लॉरेंस बिश्नोई ऐसा करके क्या मैसेज देना चाहता हैं, कोई माफिया या गैंगस्टर जो दूसरों की जान से खेलता है, वो उपवास रखे ये सुनकर बड़े-बड़े अधिकारी हिले हुए हैं, जब से ये खुलासा हुआ कि घटना में तीन नहीं चार आरोपी थे, मोहम्मद जिशान लॉरेंस के इशारे पर तीनों गुर्गों को ऑर्डर दे रहा था, तबसे गुजरात से लेकर उत्तर प्रदेश और हरियाणा से लेकर मध्य प्रदेश तक कई टीमें जांच में जुटी है, जबकि दूसरी तरफ सलमान खान अपने घर में बेचैन घूम रहे हैं.
मीडिया रिपोर्ट में ये ख़बरें सामने आई है कि सलमान खान के परिवारवालों ने उन्हें गैलेक्सी अपार्टमेंट आने से मना कर दिया है, वो अगले कुछ दिनों के लिए अज्ञातवास पर चले गए हैं. यहां तक कि बिग बॉस से लेकर तमाम प्रोग्राम सलमान खान ने रद्द करवा दिए हैं. ऐसा सुरक्षा को देखते हुए किया है.
ये सलमान खान के घर के बाहर की तस्वीरें हैं, जहां भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है, पर पुलिस का इंतजाम एक तरफ और लॉरेंस का खेल दूसरी तरफ है, गुजरात की साबरमती जेल में बंद होकर वो वहां से 600 किलोमीटर दूर मुंबई में इतना फुलप्रूफ प्लान कैसे बनाता है, ये हर कोई जानना चाहता है, और पुलिस की कई टीमें उसके गुर्गों से यही सच उगलवाने में जुटी हैं कि क्या तुम्हारी कोई बात लॉरेंस से हुई थी, हरियाणा के रहने वाले आरोपी गुरमेल की दादी बताती हैं, वो तो जेल में बंद था, पता नहीं उसे किसने छुड़ाया.
यूपी के बहराइच के रहने वाले दूसरे आरोपी की मां ये तक कहती हैं कि मेरा बेटा तो कबाड़ का काम करता था, पता नहीं वहां से कैसे ऐसे काम में लग गया, हो सकता है पैसों के लालच में वो गया हो, जबकि बहराइच के ही रहने वाले दूसरे आरोपी की मां कहती है होली पर घर आया था, उसके बाद का मुझे नहीं पता. इनमें से एक आरोपी फरार है, जबकि दो पुलिस कस्टडी में हैं, जिन्हें कोर्ट में पुलिस ने पेश कर 14 दिनों की न्यायिक हिरासत मांगी, मुंबई पुलिस के अधिकारी बताते हैं दोनों के पास से 28 कारतूस बरामद हुए हैं. हालांकि उद्धव ठाकरे ने जबसे ये पूछा है कि क्या ये आरोपी वही हैं, जिन्होंने घटना को अंजाम दिया, तब से कई तरह के सवाल भी खड़े होने लगे हैं.