नई दिल्ली: मीडिया रिपोर्ट्स से जानकारी मिली है कि गुरुवार को बताया कि तीन लोगों ने बुधवार को 'अकबर रोड' के साइनबोर्ड को क्षतिग्रस्त कर दिया. उनका दावा है कि दिल्ली के कश्मीरी गेट आईएसबीटी में महाराणा प्रताप की प्रतिमा के साथ कथित तौर पर की गई तोड़फोड़ के प्रतिशोध में ऐसा किया गया.
अमित राठौर नामक एक व्यक्ति ने इस कृत्य को उचित ठहराते हुए कहा, "भारत महाराणा प्रताप का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा. पुलिस प्रशासन और दिल्ली सरकार आईएसबीटी कश्मीरी गेट पर हुई घटना को दबाने की कोशिश कर रही है. जो लोग दोषी हैं, उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए और उनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए." एक अन्य प्रदर्शनकारी विजय ने कहा कि वे ऐतिहासिक हस्तियों के नाम वाले साइनबोर्ड को निशाना बना रहे हैं, जिन्हें वे आक्रमणकारी मानते हैं.
उन्होंने कहा, "हम लगातार अकबर, बाबर और हुमायूं जैसे आक्रमणकारियों के साइनबोर्ड हटा रहे हैं और हम सरकार की आंखें खोलने और निर्णय लेने की कोशिश कर रहे हैं. सवाल यह है कि हम ही ऐसा क्यों कर रहे हैं? समाज के अन्य लोग कहां हैं?" साइनबोर्ड को खराब करने वाले लोग हिंदू राष्ट्र नवनिर्माण सेना से जुड़े हुए प्रतीत होते हैं. घटना के वीडियो में दिखाई देने वाले अमित राठौर ने अपने इंस्टाग्राम पेज पर समूह के राष्ट्रीय अध्यक्ष और संस्थापक होने का दावा किया है.