केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को महाराष्ट्र में विपक्षी नेताओं पर जमकर हमला किया. शाह ने शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) प्रमुख उद्धव ठाकरे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार को निशाने पर लेते हुए कई गंभीर आरोप लगाए.
शाह ने ठाकरे पर तीखा हमला करते हुए कहा, "उद्धव ठाकरे को उन लोगों के साथ गठबंधन करने के लिए शर्म आनी चाहिए, जो हिंदुत्व को पाखंड कहते हैं और भगवान राम के अस्तित्व पर सवाल उठाते हैं." उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उद्धव ठाकरे उन लोगों के साथ बैठे हैं जिन्होंने आतंकवादी अजमल कसाब को बिरयानी खिलाई और हिंदुओं को आतंकवादी करार दिया.
शाह ने पवार पर भी तीखा हमला किया और कहा, "शरद पवार इस उम्र में भी झूठ बोलने से बाज नहीं आ रहे हैं. वह कह रहे हैं कि महाराष्ट्र में निवेश नहीं आ रहा है, जबकि सच यह है कि महायुति सरकार के तहत महाराष्ट्र में एफडीआई आ रहा है." शाह ने यह भी बताया कि महा विकास आघाडी (MVA) के शासन के दौरान राज्य की विकास रैंकिंग गिर गई थी, जबकि अब फडणवीस और शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार के तहत राज्य विकास की ओर बढ़ रहा है.
शाह ने आगे कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार ने महाराष्ट्र में कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं की शुरुआत की है, जिनमें समृद्धि एक्सप्रेसवे, मुंबई कोस्टल रोड, अटल सेतु, मुंबई और पुणे में मेट्रो ट्रेनें, सिंचाई परियोजनाएं और सड़क संपर्क शामिल हैं."
सातारा को वीरों की भूमि बताते हुए शाह ने कहा, "यह क्षेत्र सैकड़ों वर्षों से बहादुरी की मिसाल पेश कर रहा है. यहाँ के हजारों युवा सेना में अपनी सेवाएँ दे रहे हैं." शाह ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि इंदिरा गांधी ने 'एक रैंक एक पेंशन' का वादा किया था, लेकिन 40 साल तक सत्ता में रहने के बावजूद कांग्रेस ने यह वादा पूरा नहीं किया. शाह ने कहा कि यह वादा प्रधानमंत्री मोदी ने पूरा किया.
केंद्रीय मंत्री ने अंत में कहा कि महायुति सरकार ने महाराष्ट्र को नई दिशा दी है और आने वाले विधानसभा चुनावों में महाराष्ट्र के लोग एक बार फिर से महायुति को ही चुनेंगे.