नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद निशिकांत दुबे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 2014 से पार्टी की चुनावी सफलता का सबसे बड़ा आधार बताते हुए कहा कि अगर मोदी नेतृत्व में न होते, तो बीजेपी आज इतनी मजबूत स्थिति में नहीं होती. झारखंड के गोड्डा से बीजेपी सांसद दुबे ने कहा कि पीएम मोदी का करिश्मा और राजनीतिक अपील ही वह कारण है, जिसने उन मतदाताओं को बीजेपी की ओर आकर्षित किया, जो अन्यथा पार्टी को वोट न देते.
एक न्यूज एजेंसी को दिए एक इंटरव्यू में निशिकांत दुबे ने कहा, "आज मोदी जी तीसरी बार प्रधानमंत्री बने हैं. अगर मोदी जी हमारे नेता नहीं होते, तो बीजेपी शायद 150 सीटें भी न जीत पाती." उन्होंने हाल के लोकसभा चुनावों में पार्टी की सफलता का जिक्र करते हुए कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में बीजेपी-नीत NDA गठबंधन ने 2024 में 240 सीटें जीतकर तीसरी बार केंद्र में सरकार बनाई. इससे पहले 2014 में 282 और 2019 में 303 लोकसभा सीटें जीतकर बीजेपी ने अपने दम पर पूर्ण बहुमत हासिल किया था.
दुबे ने कहा, "जब मोदी जी आए, तो वह वोटबैंक जो कभी बीजेपी का नहीं था, खासकर गरीबों का, उनकी ओर खिसक गया. यह उनकी लोकप्रियता और नेतृत्व में लोगों के विश्वास का परिणाम है. कुछ को यह बात पसंद हो या न हो, लेकिन यह हकीकत है."
''2029 के लिए भी मोदी जरूरी''
अपने बेबाक और तीखे संसदीय भाषणों के लिए जाने जाने वाले दुबे ने जोर देकर कहा कि 2029 के लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी के लिए पीएम मोदी का नेतृत्व अनिवार्य है. उन्होंने कहा, "बीजेपी को मोदी जी की जरूरत है. एक कार्यकर्ता के रूप में, मैं मानता हूं कि हमें उनके नेतृत्व की आवश्यकता है." उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके बयान को गलत तरीके से नहीं लिया जाना चाहिए, बल्कि यह जमीनी हकीकत का प्रतिबिंब है. दुबे ने कहा कि पीएम मोदी का नाम ही पार्टी के लिए महत्वपूर्ण वोट जुटाने में सक्षम है, जो उनके नेतृत्व की गुणवत्ता और जनता के विश्वास को दर्शाता है.
2047 तक विकसित भारत का सपना
दुबे ने कहा, "जब तक उनका स्वास्थ्य अनुमति देता है, हमें 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को हासिल करने के लिए उनके नेतृत्व की जरूरत होगी." उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत के हालिया बयान को भी खारिज किया, जिसमें उन्होंने 75 वर्ष की आयु के बाद बीजेपी नेताओं के रिटायरमेंट की बात कही थी. दुबे ने कहा, "मोदी जी को रिटायर होने की कोई जरूरत नहीं है."
मोदी फैक्टर और बीजेपी की उपलब्धियां
2014 में केंद्र में सत्ता संभालने के बाद से पीएम मोदी बीजेपी के सबसे बड़े चेहरे बन गए हैं. उनके नेतृत्व में पार्टी ने तीन लगातार लोकसभा चुनाव जीते हैं और कई विधानसभा चुनावों में भी जीत हासिल की है. बीजेपी ने उन राज्यों में भी अपनी उपस्थिति दर्ज की है, जहां उसका पहले कोई खास प्रभाव नहीं था, जैसे कि पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत के कुछ हिस्से.
निशिकांत दुबे का यह बयान बीजेपी के भीतर और बाहर चर्चा का विषय बन गया है. कुछ विश्लेषकों का मानना है कि यह बयान बीजेपी की मोदी पर निर्भरता को उजागर करता है, जबकि विपक्ष ने इसे "नेतृत्व की कमी" का सबूत बताया. कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने X पर तंज कसते हुए लिखा, "बीजेपी का मतलब अब सिर्फ मोदी है. बाकी नेताओं का क्या, वे सिर्फ ताली बजाने के लिए हैं?"