पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के दौरान राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के मनेर से उम्मीदवार और मौजूदा विधायक भाई वीरेंद्र एक बार फिर सुर्खियों में आ गए हैं. इस बार उन्होंने वोटिंग ड्यूटी पर तैनात एक सुरक्षा कर्मी को कथित तौर पर धमकाया और दुर्व्यवहार किया. पुलिस ने उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है, जिससे उनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं.
दानापुर-2 के एसडीपीओ अमरेंद्र कुमार झा ने शुक्रवार को बताया कि घटना गुरुवार की है. राजद नेता भाई वीरेंद्र ने उस समय हंगामा खड़ा कर दिया जब एक जवान एक बुजुर्ग महिला वोटर को उसका पोलिंग बूथ ढूंढने में मदद कर रहा था. एसडीपीओ ने कहा, "भाई वीरेंद्र ने सुरक्षा कर्मी से बदतमीजी की और उसे गंभीर अंजाम भुगतने की धमकी दी. कर्मी की शिकायत पर हमने तुरंत एफआईआर दर्ज की है. "
यह केस आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन और ड्यूटी पर तैनात सरकारी कर्मचारी को धमकाने के तहत दर्ज हुआ है. भाई वीरेंद्र मनेर सीट से दोबारा चुनाव लड़ रहे हैं और एनडीए के खिलाफ जोरदार मुकाबला कर रहे हैं. गौरतलब है कि यह उनकी पहली गलती नहीं है. कुछ समय पहले उन्होंने एक पंचायत सचिव को 'हम हैं भाई वीरेंद्र' कहकर जूते मारने की धमकी दी थी, जिसके बाद सचिव ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई और मुकदमा चल रहा है.
अब यह नया मामला उनके लिए और बड़ा झटका साबित हो सकता है, क्योंकि चुनाव आयोग सख्ती से आचार संहिता का पालन करा रहा है. बिहार में पहले चरण के मतदान में रिकॉर्ड तोड़ वोटिंग हुई. 121 सीटों पर करीब 65% मतदान दर्ज किया गया, जहां 3.75 करोड़ से ज्यादा लोगों ने वोट डाले. राज्य में कुल मतदान का यह अब तक का सबसे ऊंचा आंकड़ा है, जो राजनीतिक दलों के लिए किसी बड़े बदलाव का संकेत दे रहा है.
राजद के लिए यह घटना शर्मिंदगी का सबब बन गई है, जबकि विरोधी दल इसे मुद्दा बनाकर प्रचार कर रहे हैं. अब देखना यह है कि इस विवाद का चुनावी नतीजों पर क्या असर पड़ता है. भाई वीरेंद्र ने अभी तक इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन पुलिस जांच जारी है.