बिहार विधानसभा मानसून सत्र (Bihar Assembly Monsoon Session 2024) के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) को जबरदस्त रूप से भड़कते हुए देखा गया. बुधवार को विधानसभा में जातीय जनगणना पर चर्चा चल रही थी. तभी विपक्षी विधायकों ने हंगामा करना शुरू कर दिया. विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष के कई नेता वेल में आकर प्रदर्शन करने लगे.
ये नेता 65 प्रतिशत आरक्षण को संविधान की नौवीं सूची में शामिल करने की मांग कर रहे थे. इस दौरान सीएम नीतीश कुमार उठकर बोलने लगे. नीतीश कुमार ने कहा कि मेरी पहल पर ही जातीय जनगणना हुई और हम बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिले इसके लिए 2010 से आंदोलन कर रहे थे. उस दौरान की कांग्रेस सरकार ने हमारी मांगों अनसुना कर दिया. रही बात जातीय जनगणना की तो, इसे लेकर भी हमने ही सारा कुछ किया है.
इसी बीच विपक्ष की एक महिला विधायक नीतीश कुमार को कुछ कहने लगी. तभी नीतीश कुमार भड़क गए और उन्होंने महिला विधायक से कहा, कुछ जानती हो जो बोल रही हो, कहां से आई हो. महिला हो समझती नहीं हो. प्रदर्शन कर रहे अन्य विधायकों को भी सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि आप लोग भी चुपचाप बैठ जाइए. इसके बाद सदन का माहौल और गरम हो गया, विपक्षी विधायक जोरदार हंगामा करने लगे. इस दौरान हंगामा को देखते हुए सदन की कार्यवाही को 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.
ज्ञात रहे कि बिहार विधानसभा में आज मानसून सत्र का तीसरा दिन है. उम्मीद है कि आज एंटी पेपर लीक बिल पेश की जाएगी, क्योंकि कल भारी हंगामा को देखते हुए इसे नहीं पेश किया गया था. इस बिल को बिहार सरकार की तरफ से ''बिहार लोक परीक्षा विधेयक 2024'' नाम दिया गया है. उम्मीद है कि बिल जल्द ही कानून में भी दब्दील हो जाएगा, क्योंकि इन दिनों देशभर में पेपर लीक का मामला गरमाया हुआ है. कई राज्यों ने इसे लेकर कानून भी बना दिया है. साथ ही केंद्र सरकार की तरफ से भी कठोर कार्रवाई की जा रही है.