नई दिल्ली: क्या कांवड़ यात्रा को सच में बदनाम करने की साजिश रची जा रही है, या कांवड़ यात्रियों के बीच कुछ उपद्रवी कांवड़ियों के वेश में छिपे हैं. आखिर सीएम योगी के नए बयान का क्या मतलब है, इधर योगी कांवड़ियों पऱ फूल बरसाते हैं तो उधर सपा सांसद अवधेश प्रसाद को मुसलमान क्यों याद आते हैं. यूपी बीजेपी अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी तो ये तक कहते हैं सपा और इंडिया गठबंधन कांवड़ यात्रा को बदनाम करने की साजिश रच रहा है.
इसी बीच यूपी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल है, जिसमें कांवड़ियों के वेश में कुछ लोग सीआरपीएफ जवान के साथ मारपीट कर रहे हैं, हर कोई पूछ रहा है कि इन पर एक्शन कब होगा, कई जगहों से गाड़ियों के तोड़े जाने और सड़क पर हंगामा होने की भी ख़बरें सामने आई, जिसे लेकर सोशल मीडिया पर तरह-तरह की बातें की जा रही है. लेकिन अवधेश प्रसाद ने जो कहा है, वो उनकी सोच को दिखाता है.
वो कहते हैं, ''कांवड़ यात्रा नई नहीं, काफी पुरानी है. हमारी सरकार थी माननीय नेताजी जो इस दुनिया में अब नहीं हैं, तीन बार मुख्यमंत्री रहे, उनके कार्यकाल में कांवड़ यात्रा शानदार थी. यहां तक कि कांवड़ियों पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पुष्पवर्षा की. कई जगह स्टॉल लगाकर पानी पिलाया, लेकिन आज अफसोस के साथ है कि आज योगीजी की सरकार ये जहां यात्रा हो रही है, वहां मुसलमानों की दुकान न रहे. ये नफरत का बीज बोया जा रहा है. ये देश सबका है.''
एक तरफ अवधेस प्रसाद जैसे नेता हैं, जिन्हें मुस्लिमों की याद आ रही है तो वहीं दूसरी तरफ सपा में इकरा हसन जैसी सांसद हैं, जो कांवड़ सेवा करती हैं, कांवड़ियों को प्रसाद बांटती दिखती हैं, तो क्या कांवड़ यात्रा भी सियासी हो गई है, बीते दिनों PDA कांवड़ की तस्वीरें भी सामने आई थी, हालांकि सबकी अपनी-अपनी श्रद्धा है, पर योगी आदित्यनाथ ने जो अपील की है, उसे भी आपको सुना चाहिए, ताकि ये कहीं कुछ गलत दिखें तो आप भी अलर्ट हो जाएं.