कांग्रेस ने लद्दाख में चीन के साथ संघर्षविराम समझौते पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से 6 सवाल पूछकर निशाना साधने की कोशिश की है. विपक्षी दल ने पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ भारत के संघर्ष विराम पर भाजपा के नेतृत्व वाले केंद्र से 6 सीधे सवाल पूछे और कहा कि उसे उम्मीद है कि नई दिल्ली की दशकों में सबसे खराब विदेश नीति का झटका सम्मानजनक तरीके से हल हो रहा है.
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक लिखित बयान में कहा कि मोदी सरकार की इस घोषणा के बारे में कई सवाल बने हुए हैं कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर गश्त व्यवस्था पर चीन के साथ समझौता हो गया है. विदेश सचिव ने कहा है कि इससे सैन्य वापसी हो रही है और अंततः 2020 में इन क्षेत्रों में उत्पन्न मुद्दों का समाधान हो रहा है.
उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि दशकों में भारत की सबसे खराब विदेश नीति का समाधान सम्मानजनक तरीके से किया जा रहा है. हमें उम्मीद है कि सैन्य वापसी से मार्च 2020 जैसी स्थिति बहाल हो जाएगी. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को भारत और चीन के विघटन प्रक्रिया के बारे में विस्तार से बताया, उन्होंने कहा कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर स्थिति मई 2020 से पहले जैसी हो जाएगी.
जयराम रमेश ने पीएम मोदी पर चीन के डिज़ाइन को लेकर भोलेपन का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि यह दुखद घटना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चीन के मामले में भोलेपन और नासमझी का पूरा सबूत है. गुजरात के सीएम के तौर पर मोदी का चीन ने तीन बार शानदार तरीके से स्वागत किया. पीएम के तौर पर उन्होंने चीन की पांच आधिकारिक यात्राएं कीं और चीनी प्रधानमंत्री शी जिनपिंग के साथ 18 बैठकें कीं, जिसमें उनके 64वें जन्मदिन पर साबरमती के तट पर एक दोस्ताना झूला सत्र भी शामिल है.
जयराम रमेश के छह सवाल