नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान जाने के दो दिन बाद, कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) ने गुरुवार को एक प्रस्ताव पारित किया. इस प्रस्ताव में आतंकवादियों द्वारा हिंदुओं को जानबूझकर निशाना बनाने की कड़ी निंदा की गई. CWC ने कहा कि इस हमले का मकसद धार्मिक उन्माद को भड़काना था. साथ ही, कमेटी ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की और केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला. CWC ने केंद्रीय गृह मंत्रालय पर "बड़ी सुरक्षा चूक" और "खुफिया विफलता" का आरोप लगाया.
CWC ने दावा किया कि यह हमला उस जगह पर हुआ, जहां हमेशा तीन स्तर की सुरक्षा व्यवस्था रहती है. फिर भी, आतंकवादी इस हमले को अंजाम देने में कामयाब रहे. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, लगभग पांच आतंकवादी, जो वाली वर्दी पहने हुए थे, जंगल से निकले और पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी. कुछ मामलों में, आतंकवादियों ने पर्यटकों से उनकी धार्मिक पहचान पूछी और हिंदुओं को विशेष रूप से निशाना बनाया. इस घटना ने न केवल सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए, बल्कि क्षेत्र में बढ़ती आतंकी गतिविधियों को भी उजागर किया.
पहलगाम हमला हाल के वर्षों में सबसे घातक आतंकी घटनाओं में से एक है. यह हमला बाइसारन घास के मैदान में हुआ, जो पर्यटकों के बीच अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है. आतंकवादियों ने AK-47 राइफलों का इस्तेमाल किया और बिना किसी चेतावनी के गोलीबारी शुरू कर दी. इस हमले ने स्थानीय लोगों और पर्यटकों में दहशत फैला दी. CWC ने अपने प्रस्ताव में कहा कि इस तरह की घटनाएं देश की एकता और शांति के लिए खतरा हैं. कमेटी ने केंद्र सरकार से मांग की कि वह ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए और दोषियों को जल्द से जल्द सजा दे.
कांग्रेस ने यह भी कहा कि जम्मू-कश्मीर में हाल के महीनों में आतंकी हमलों की संख्या बढ़ी है. उधमपुर और बारामुल्ला जैसे क्षेत्रों में भी आतंकी गतिविधियां देखी गई हैं. CWC ने केंद्र सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि खुफिया तंत्र को और मजबूत करने की जरूरत है. साथ ही, उन्होंने स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा बलों के बीच बेहतर तालमेल की मांग की, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके.
इस हमले के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस ने आतंकवादियों की तलाश तेज कर दी है. पुलिस ने तीन संदिग्ध आतंकवादियों - आसिफ फुजी, सुलेमान शाह और अबू ताल्हा - के स्केच जारी किए हैं और इनके बारे में जानकारी देने वाले को 20 लाख रुपये के इनाम की घोषणा की है. सुरक्षा बल जंगल और पहाड़ी क्षेत्रों में तलाशी अभियान चला रहे हैं. साथ ही, केंद्र और राज्य सरकार ने पर्यटक स्थलों पर सुरक्षा बढ़ाने का वादा किया है.