Police constable murder: अवैध संबंधों को प्यार का नाम देना फिर उसी प्यार की खातिर किसी अपने की जान ले लेना जैसे आजकल आम बात हो गई है. क्योंकि मेरठ से लेकर मुंबई तक जानलेवा पत्नियों की कहानी खूब चल रही हैं. ये कहान भी एक ऐसी ही पत्नी की है, जिसने तथाकथित प्यार को पाने के लिए अपने ही पति की जान ले ली. और शव को रेलवे लाइन पर डाल दिया ताकि ये सिर्फ एक हादसा लगे, पर जब ट्रेन के ड्राइवर ने पहले ही ब्रेक लगा दिये और पुलिस को बुलाया तो फिर पूरा कांड खुल गया.
ऑनलाइन पेमेंट से खुला पूरा केस
मुंई में रेलवे लाइन पर एक अनजान शव को देख कर पुलिस भी परेशान थी कि ये शख्स है कौन? जब पोस्टमार्टम ता है तो पता चलता है कि इसकी हत्या गला घोंट कर की गई है, लेकिन शव को रेलवे लाइन पर इसलिए रख दिया ताकि ये सबको हादसा या आत्महत्या लगे, लेकिन पैसेंजर ट्रेन के ड्राइवर ने पहले ही ब्रेक लगा कर हत्यारों का प्लान चौपट कर दिया था, अब पुलिस को इस शव की पहचान करनी थी, इसी काम में लगी गुई पुलिस एक अंडे वाले के पास पहुंचती है तो वो बताता है कि पिछली रात इस इंसान ने 24 रुपये क अंडे खरीदे थे जिसके लिए उसने गूगल पे से पेमेंट किया था. जब गूगल पे की डिटेल्स निकाली जाती हैं तो पता चलता है कि ये शव जीआरपी में हेड कांस्टेबल विजय चव्हाण था.
अंडे वाले ने दिया अहम सबूत
अंडे वाले ने बताया कि यहां से खरीददारी करने के बाद ये शख्स शराब के ठेके की तरफ गया था, जिसके बाद तुरंत पुलिस ने एरिये के सीसीटीवी खंगालना शुरू कर दिया, जहां और भी जानकारी पुलिस के सामने आई, पता चला कि विजय चव्हाण के साथ एक शख्स और भी था, उस इंसान की पहचान धीरज के रूप में होती है, जब पुलिस ने धीरज को उठा कर पूछताछ की तो उसने सारे राज उगल दिये और चौंकाने वाला खुलासा किया.
पत्नी ने ही करवाया था मर्डर
धीरज ने कत्ल वाली रात की पूरी कहानी का खुलासा करते हुए बताया कि उसके साथ दो लोग और थे,उन तीनों लोगों ने नशे की हालत में विजय की हत्या कर दी, फिर केस का रुख मोड़ने के लिए शव को रबाले और घंसोली स्टेशन के बीच रेलवे लाइन पर रख दिया, इन लोगों को भरोसा था कि जब ट्रेन विजय के शव को रौंद देगी तो सबको ये हादसा ही लगेगा, लोग समझेंगे कि शराब के नशे में विजय के साथ ये हादसा हुआ था. लेकिन इस सबके बीच में सबसे ज्यादा चौंकाने वाला खुलासा ये था कि ये हत्या खुद विजय की पत्नी पूजा ने कराई थी.
प्रेमी का साथ रहने की लिए कराई थी हत्या
पुलिस ने जब पूजा को हिरासत में लेकर सारा चल उगलवाया तो उसने बताया कि विजय शराबी था, वो हर रोज शराब पीकर नशे में झगड़ा करता था, इसके साथ ही पूजा ने आरोप लगाया कि विजय वेश्याओं के पास भी जाता था, जिसके वजह से इस रिश्ते मे रहना मुश्किल हो गया था. इसी बीच पूजा की मुलाकात भूषण से हो गई, दोनों में प्रेम संबंध बन गए, और फिर इन लोगों ने विजय को बीच से हटाने का प्लान बनाया.
इस तरह दिया कत्ल को अंजाम
पूजा और भूषण ने विजय को रास्ते से हटाने के लिए उसकी हत्या करने का प्लान बनाया, इस काम के लिए भूषण ने पूजा के चचेरे भाई धीरज चव्हाण और अपने दोस प्रवीण आबा को भी प्लान में शामिल किया, तीनों ने 31 दिसंबर को न्यू ईयर की पार्टी करने का प्लान बनाया, शाम होते ही धीरज अपनी ईको गाड़ी लेकर पहुंच गया, गाड़ी के अंदर धीरज, प्रवीण और भूषण थे, तीनों ने पहले शराब में बेहोशी की दवा मिलाकर विजय को पिलाई, उसके बाद इन लोगों ने गला दबाकर विजय की हत्या कर डाली.