लखनऊ: उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मिलकर बुधवार देर रात हापुड़ में एक बड़ी कार्रवाई की. इस कार्रवाई में लॉरेंस बिश्नोई गैंग के एक खतरनाक शार्पशूटर और सक्रिय सदस्य, 37 साल के नवीन कुमार को मार गिराया गया. पुलिस को खुफिया जानकारी मिली थी कि इस इलाके में कुछ वांछित अपराधी छिपे हुए हैं. इसी आधार पर यह ऑपरेशन शुरू किया गया.
पुलिस के मुताबिक, जब पुलिस टीम ने संदिग्धों को रोकने की कोशिश की, तो अपराधियों ने पुलिस पर गोलीबारी शुरू कर दी. इसके जवाब में पुलिस ने भी गोलियां चलाईं, जिससे मुठभेड़ शुरू हो गई. इस गोलीबारी में नवीन कुमार गंभीर रूप से घायल हो गया. उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
नवीन कुमार गाजियाबाद के लोनी का रहने वाला था और एक कुख्यात गैंगस्टर था. उस पर हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण, डकैती जैसे 20 से ज्यादा गंभीर मामले दर्ज थे. इसके अलावा, उस पर महाराष्ट्र कंट्रोल ऑफ ऑर्गनाइज्ड क्राइम एक्ट (मकोका) के तहत भी मामले चल रहे थे. पुलिस ने बताया कि नवीन को दिल्ली में दो हत्या के मामलों में सजा हो चुकी थी, लेकिन वह फरार था.
एसटीएफ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आरके मिश्रा ने बताया कि नवीन लॉरेंस बिश्नोई गैंग के एक और बड़े सरगना हाशिम बाबा का करीबी और भरोसेमंद साथी था. दोनों ने मिलकर दिल्ली और उत्तर प्रदेश में कई बार उगाही और सुपारी लेकर हत्या जैसे अपराध किए. नवीन को गैंग का एक खतरनाक शार्पशूटर माना जाता था, जो संगठित अपराधों को अंजाम देने में माहिर था.
वरिष्ठ एसटीएफ अधिकारी ने बताया कि नवीन का खात्मा लॉरेंस बिश्नोई गैंग के लिए बड़ा झटका है, खासकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश और दिल्ली-एनसीआर में उनकी सक्रिय इकाई के लिए. पुलिस और एसटीएफ पिछले कई महीनों से इस गैंग की गतिविधियों पर नजर रख रही थी. यह कार्रवाई उस बड़े अभियान का हिस्सा थी, जिसका मकसद अंतरराज्यीय आपराधिक नेटवर्क को तोड़ना था. खुफिया जानकारी के आधार पर पता चला था कि नवीन अपने साथियों के साथ मिलकर किसी बड़ी सुपारी हत्या की योजना बना रहा था.
इस मुठभेड़ से पुलिस को गैंग के अन्य सदस्यों और उनकी योजनाओं के बारे में अहम सुराग मिलने की उम्मीद है. यह कार्रवाई न केवल लॉरेंस बिश्नोई गैंग के लिए, बल्कि पूरे क्षेत्र में संगठित अपराध पर नकेल कसने में मददगार साबित होगी.