अखिलेश यादव से लेकर महाराष्ट्र के विरोधी योगी के पीछे! महाकुंभ में असल में हुआ क्या था?

Abhishek Shandilya 29 Jan 2025 05:11: PM 3 Mins
अखिलेश यादव से लेकर महाराष्ट्र के विरोधी योगी के पीछे! महाकुंभ में असल में हुआ क्या था?
  • क्या सीएम योगी को देना होगा इस्तीफा? महाकुंभ में जब-जब होता है हादसा नहीं बचती कुर्सी!
  • अखिलेश यादव से लेकर महाराष्ट्र के विरोधी योगी के पीछे. महाकुंभ में असल में हुआ क्या था?
  • पीएम मोदी ने पकड़ा योगी का हाथ. महाकुंभ के ख़िलाफ़ 2 पार्टियों का एजेंडा कैसे हुआ पूरा?

महाकुंभ नगर: महाकुंभ की घटना साज़िश है या फिर हादसा? अफवाह फैलाई किसने? वो कौन था जो भीड़ में अपना मकसद पूरा कर निकल गया. कहां गलती हुई? किसकी गलती थी? इन सारे सवालों का जवाब आपको इस रिपोर्ट में मिल जाएगा. सबसे बड़ा सवाल क्या योगी को इस्तीफा देना पड़ेगा? या अधिकारियों पर गाज गिरेगी, हिन्दुओं के महापर्व को किसकी नज़र लगी? और दो राजनीतिक पार्टियां कौन सी हैं जो महाकुंभ के माहौल को दिल्ली और लखनऊ में बैठकर खराब करना चाह रही थी.

  • महाकुंभ में योगी के अधिकारियों से एक गलती हुई, घाट पर जगह-जगह संगम घाट जाने का मार्ग लिखा था.
  • माइक से अनाउंस हो रहा था कि संगम घाट की तरफ भीड़ ज्यादा है, जो जहां हैं वही डुबकी लगाएं और लौटें.
  • भीड़ को संगम जाने का मार्ग दिखा, वहीं से भक्तों की भीड़ एक तरफ चलने लगी. रात दो 2 बजे तक सब सही था
  • अचानक एक अफवाह फैलाई जाती है. भीड़ में किसी ने ये कहा कि भगदड़ मच गई है,यहां से भाग जाओ.
  • योगी आदित्यनाथ ने देर रात ही बैठक शुरू की. NSG, ATS, हर किसी को उतारा गया. हादसे को संभाल लिया.
  • अब सारी जिम्मेदारी योगी के मत्थे मढ़ी जा रही है. तो क्या इस हादसे का असली जिम्मेदार मुख्यमंत्री ही हैं?
  • अखिलेश ने कहा व्यवस्था की पोल खुली,राहुल ने कहा सरकार फेल हुई, जनता कह रही योगी जिम्मेदार नहीं.

अब आप समझिए घटना वाली जगह अचानक हुआ क्या? दरअसल जहां भीड़ ज्यादा थी. वहां थोड़ा ढलान है, यानि घाट के बेहद करीब वाली जगह है, वहां से 100 कदम चलने पर महाकुंभ में डुबकी लगाई जा सकती है. ढलान के दौरान ही अफवाह फैली, बुजुर्ग अपने आप को संभाल नहीं पाए और वहां कई लोग जमीन पर गिर पड़े, जो गिरे वो खुद से उठ नहीं पाए. महाकुंभ के ख़िलाफ़ कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे का बयान कि गरीबी नहीं मिटेगी, फिर भगदड़ में गरीबों की जान जाना जांच का विषय हो सकता है. कोई पाकिस्तानी मंसूबे में कामयाब नहीं हुआ तो भगदड़ का रास्ता चुना जा सकता था. वहां पर भीड़ में कौन क्या करने आया है इसका आंकलन शायद आप खुद नहीं कर पाएंगे. इसकी जांच होनी चाहिए. कांग्रेस योगी से इस्तीफा मांग रही थी, लेकिन पंडित नेहरू के कार्यकाल में 300 से ज्यादा लोगों की जान गई थी, उनका इस्तीफा नहीं हुआ था. अखिलेश यादव की सरकार में 42 भक्तों की जान गई थी उनका इस्तीफा नहीं हुआ था. फिर योगी का इस्तीफा किस आधार पर मांगा जा रहा है जरा समझिए.

  • विपक्ष का आरोप है कि बीजेपी ने ज्यादा भक्तों की भीड़ बुलाने के लिए प्रचार किया.
  • भक्तों की संख्या ज्यादा आई और उसे सरकार संभाल नहीं पाई.इसलिए हादसा हुआ
  • PM मोदी ने चार बार कॉल किया, योगी को भरोसा दिया कि ज़रूरत पड़ी तो सेना है.

महाकुंभ में हादसे की मुख्य वजह है ज्यादा भक्तों का पहुंच जाना. महाराष्ट्र और बिहार की आबादी के बराबर प्रयागराज में श्रद्धालुओं की संख्या थी. एक से बढ़कर एक अधिकारी लगे हैं. UPSC पास करके अधिकारी बने ब्रिलियंट मैन वहां पर तैनात हैं. योगी पूरी रात बैठक में थे. फिर भी जो होनी को मंजूर होता है उसे कौन टाल सकता है. तैयारी ना होती तो संख्या ज्यादा होती. हादसे को टालने वाला इंसान नहीं है, हां उसके प्रभाव को कम किया जा सकता है. संगम में जिन परिवारों के लोग नहीं रहे उनके साथ देश खड़ा है, लेकिन महाकुंभ की घटना का सहारा लेकर योगी की कुर्सी पर निशाना लगाना क्या विपक्ष का सही तरीका है? दिल्ली में चुनाव है तो कांग्रेस और आम आदमी पार्टी को मुद्दा मिल गया. पर सच्चाई वो बता पाएंगे जो महाकुंभ में गए हैं. प्रशासन की गलती हो सकती है. लापरवाही हो सकती है, लेकिन योगी की निष्ठा पर जो लोग सवाल उठा रहे हैं, इनमें से ज्यादातर लोगों ने कभी इतनी भीड़ देखी ही नहीं थी. ये मानव इतिहास का पहला मौका था जब एक साथ एक जगह पर इतनी भीड़ थी.

यह भी पढ़ें: PM मोदी ने सीएम योगी से की तीन बार फोन पर बात, पूछी भगदड़ की वजह?
यह भी पढ़ें: Maha Kumbh stampede: बीच रैली में भावुक हो गए PM मोदी, जानिए क्या कुछ कहा...
यह भी पढ़ें: Maha Kumbh stampede: ममता बनर्जी, प्रियंका गांधी, सुप्रिया सुले सहित अन्य नेताओं ने क्या कहा...

Mahakumbh stampede Prayagraj Mahakumbh 2025 CM Yogi Yogi Adityanath

Recent News