नई दिल्ली: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की आलोचना करते हुए उन पर “हिंदुओं और मुसलमानों के बीच विभाजन” पैदा करने का आरोप लगाया. मुफ्ती ने कहा कि अतीत में दोनों समुदायों के लोग होली और ईद एक साथ सौहार्दपूर्ण तरीके से मनाते थे. उन्होंने सरकार द्वारा फैलाए जा रहे विभाजन के नकारात्मक प्रभाव के बारे में चेतावनी दी.
मुफ्ती ने कहा, "पूरे देश में माहौल खराब हो रहा है. पहले होली खुशी से मनाई जाती थी और हिंदू-मुस्लिम इसे ईद की तरह मिलजुलकर मनाते थे. अब माहौल खराब हो गया है, खासकर यूपी के सीएम ने. मुसलमानों के साथ जिस तरह का व्यवहार किया जा रहा है, वह बहुत गलत है. यह देश गंगा-जमुनी तहजीब का देश हुआ करता था और हिंदू-मुस्लिम एक साथ खुशी से रहते थे. लेकिन अब वे जहर फैला रहे हैं. इसका असर बहुत बुरा होगा."
मुफ्ती ने भारत के हालात की तुलना पूर्व राष्ट्रपति जिया-उल-हक के समय पाकिस्तान में हुए घटनाक्रम से की. उन्होंने कहा कि उनके शासन के दौरान पैदा हुए सांप्रदायिक तनाव आज भी पाकिस्तान को प्रभावित करते हैं. मुफ्ती ने कहा, "जिया-उल-हक ने एक बार पाकिस्तान में भी ऐसा ही सांप्रदायिक माहौल बनाया था और उनका देश अभी भी उससे उबर नहीं पाया है. वे यहां भी ऐसा ही जहर बो रहे हैं. मैं भगवान से प्रार्थना करती हूं कि उन्हें सद्बुद्धि दे ताकि वे हिंदू और मुसलमानों को एक-दूसरे के खिलाफ न खड़ा करें..."
बता दें कि शुक्रवार को इस्लामी पवित्र माह रमजान के साथ होली का त्यौहार भी है और कुछ भाजपा नेताओं और अधिकारियों ने मुसलमानों को सलाह दी है कि अगर वे रंग नहीं लगाना चाहते तो घर के अंदर ही रहें. इस बीच गुरुवार को उत्तर प्रदेश के कई जिलों में मस्जिदों को तिरपाल से ढक दिया गया. इसके जवाब में राज्य के प्रमुख मुस्लिम मौलवियों ने जुमे की नमाज का समय बदल दिया है. अब जुमे की नमाज दोपहर 2 बजे के बाद होगी.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा था, "अगर कोई जुमे की नमाज पढ़ना चाहता है तो वह अपने घर पर ही पढ़ सकता है. उन्हें मस्जिद जाने की जरूरत नहीं है." उन्होंने कहा, "और अगर वे मस्जिद जाना भी चाहते हैं तो उन्हें रंगों से परहेज नहीं करना चाहिए. पुलिस अधिकारी भी उन्हें यही कह रहे थे." संभल के सीओ अनुज चौधरी के बयान का समर्थन करते हुए आदिनाथ ने यह टिप्पणी की थी.