पटना: बिहार की राजधानी पटना में एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है. यहां अज्ञात बंदूकधारियों ने एक ही परिवार के तीन सदस्यों पर गोलीबारी की, जिसमें दो महिलाओं की मौत हो गई और एक पुरुष गंभीर रूप से घायल हो गया. पुलिस ने बताया कि यह हमला निजी दुश्मनी के कारण हुआ. घायल व्यक्ति की पहचान धनंजय मेहता के रूप में हुई है, जबकि मृतक महिलाएं उनकी पत्नी महालक्ष्मी और उनकी 19 वर्षीय बेटी हैं. यह घटना सोमवार को हुई और इसने राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठा दिए हैं.
पुलिस के अनुसार, मां और बेटी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि धनंजय मेहता को पैर में गोली लगी. उन्हें इलाज के लिए पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है. प्रारंभिक जांच से पता चला कि धनंजय का परिवार अपने घर के पास नशीले पदार्थों का सेवन करने वाले कुछ युवकों के साथ अक्सर झगड़ता था. महालक्ष्मी ने बार-बार उनसे अपनी गतिविधियां कहीं और ले जाने को कहा था, जिसके कारण दोनों पक्षों में तीखी बहस होती थी. हाल ही में हुए एक विवाद के बाद, धनंजय के परिवार की शिकायत पर पुलिस ने उन युवकों को गिरफ्तार किया था. पुलिस का मानना है कि यह गोलीबारी बदले की कार्रवाई हो सकती है.
धनंजय मेहता, जो इस हमले के चश्मदीद गवाह हैं, ने अस्पताल में अपनी स्थिति में पुलिस को पूरी घटना का ब्यौरा दिया. उन्होंने बताया कि हमलावरों ने अचानक उनके घर पर हमला किया और अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी. पुलिस ने इस मामले में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है और जांच शुरू कर दी है.
पुलिस ने घटनास्थल से साक्ष्य एकत्र किए हैं, जिसमें गोलीबारी में इस्तेमाल की गई गोलियों के खोखे शामिल हैं. इसके अलावा, हमलावरों की पहचान करने के लिए इलाके में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है. पुलिस का कहना है कि वे जल्द ही दोषियों को पकड़ लेंगे और इस मामले में सख्त कार्रवाई करेंगे.
इस गोलीबारी ने बिहार की नीतीश कुमार सरकार को विपक्ष के निशाने पर ला दिया है. विपक्षी दलों ने इस घटना को राज्य में बिगड़ती कानून-व्यवस्था का सबूत बताया है. राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार सरकार पर तीखा हमला बोला. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर हिंदी में लिखा, "20 साल के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के नाक के नीचे, राजधानी पटना में दिन-दहाड़े सरकार द्वारा संरक्षित अपराधियों ने एक घर में घुसकर मां, बेटी और पिता पर गोली चलाई, जिसमें मां और बेटी की दुखद मृत्यु हो गई और पिता की हालत गंभीर है."
तेजस्वी ने आगे लिखा, "इसलिए मैं कहता हूं कि इस 20 साल की सरकार का चेहरा काला है, और सड़कें खून से लाल हैं. बिहार में हर दिन अपराधी खून की होली खेल रहे हैं." उनके इस बयान ने बिहार की कानून-व्यवस्था पर एक बार फिर सवाल खड़े किए हैं और राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है.
यह घटना न केवल एक परिवार के लिए त्रासदी है, बल्कि यह समाज में बढ़ती हिंसा और निजी दुश्मनी के खतरनाक परिणामों को भी दर्शाती है. पुलिस की जांच से यह स्पष्ट होने की उम्मीद है कि हमलावर कौन थे और उनके पीछे का मकसद क्या था. इस बीच, यह घटना बिहार में कानून-व्यवस्था को लेकर चल रही बहस को और तेज कर सकती है.