समाजवादी पार्टी (SP) के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री रहे नारद राय ने बागी होकर बीजेपी ज्वाइन कर लिया है. इस दौरान उन्होंने पार्टी के कई राज खोल दिए. उन्होंने कहा कि अब साइकिल में ताला बंद करवाऊंगा. पूर्व सपा नेता नारद राय ने भाजपा में शामिल होने पर कहा कि नेता जी (मुलायम सिंह यादव) के कमजोर होने के बाद उन्हें अपमानित किया गया.
मैं इसका लगातार विरोध करता रहा. नेताजी ने खून के आंसू बहाए जब उन्हें अध्यक्ष के पद से हटाया गया था. अखिलेश यादव लोगों से कहते रहते थे कि उनके और नेता जी के बीच दूरी नारद राय ने बनाई. 2022 में अखिलेश यादव ने मुझे टिकट दी और मैं चुनाव न जीत पाऊं इसका भी इंतजाम कर दिया. सपा के मंच पर हम न जाएं इसका प्रबंध किया गया.
उन्होंने कहा कि अगर अखिलेश यादव मुझसे इतनी दूरी बनाकर रखना चाहते हैं तो मैंने भी उनसे दूर होने का संकल्प ले लिया. मैं भाजपा और केंद्रीय गृह मंत्री का आभारी हूं, जिन्होंने मुझे रातों-रात सम्मान दिया. उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव, नेता जी के करीबी लोगों को अपमानित करते हैं.
बता दें कि लोकसभा चुनाव के आखिरी और सातवें चरण के लिए एक जून को होने वाले मतदान से पहले समाजवादी पार्टी के लिए यह तगड़ा झटका माना जा रहा है. बलिया के बड़े नेताओं में गिने जाने वाले नारद राय ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद एक्स पर पोस्ट कर यह ऐलान किया है.
वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद नारद राय ने कहा कि अब मैं अपनी पूरी ताकत भाजपा के लिए लगाऊंगा. जितना हो सकेगा उतनी ताकत से बीजेपी को जिताने की कोशिश करूंगा.
बता दें कि नारद राय के BJP में जाने की चर्चा से ही सपा की मुश्किलें बलिया में बढ़ गई हैं. नारद राय समाजवादी पार्टी में भूमिहारों के बड़े नेता थे और उनका अपना एक जनाधार था, जो कि BJP में शामिल होने के बाद वह BJP की तरफ शिफ्ट होता हुआ दिखाई दे रहा है.